जयशंकर भारतीय विदेश मंत्री के पहले PAK दौरे में SCO Summit में भाग लेने पहुंचे, 9 साल बाद - AVPGanga
भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर एससीओ के शासनाध्यक्षों की परिषद की 23वीं बैठक में शामिल होने के लिए पाकिस्तान पहुंच गए हैं।
जयशंकर भारतीय विदेश मंत्री के पहले PAK दौरे में SCO Summit में भाग लेने पहुंचे, 9 साल बाद
हाल ही में, जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री, अपने पहले पाकिस्तान दौरे पर गए हैं, जहाँ उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की शिखर सम्मेलन में भाग लिया है। यह घटना भारतीय विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि यह पिछले 9 वर्षों में उनकी पहली पाकिस्तान यात्रा है। इस सम्मेलन में कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, जिसमें क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार, और सामूहिक विकास शामिल हैं।
SCO Summit का महत्व
SCO Summit भारत और पाकिस्तान के बीच संवाद को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने से दोनों देशों के बीच सम्पर्क बढ़ाने का अवसर मिलता है, जिसका लाभ दोनों देशों के नागरिकों को होगा। इसके अलावा, SCO एक ऐसा मंच है जहाँ क्षेत्रीय और वैश्विक समस्याओं पर सामूहिक रूप से विचार किया जा سکتا है।
जयशंकर की यात्रा का संदर्भ
जयशंकर की यह यात्रा एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है, जो पिछले 9 वर्षों में स्थगित रही। इसके द्वारा, भारत ने अपनी विदेश नीति में नरमी लाने के संकेत दिए हैं। अब, यह देखना महत्वपूर्ण है कि क्या इस यात्रा का असर आगे की विदेश नीति और भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुधार पर पड़ेगा।
स्थायी संचार के प्रयास
इस यात्रा के दौरान, जयशंकर पाकिस्तान के उच्चतम अधिकारियों से मिलेंगे और भारत-पाकिस्तान के संबंधों को मेल-मिलाप के दिशा में बढ़ाने के प्रयास करेंगे। इस कदम का उद्देश्य व्यापार, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि जयशंकर का पाकिस्तान दौरा और SCO Summit में भाग लेना भारतीय विदेश नीति के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इससे न केवल भारत-पाकिस्तान के संबंधों में सुधार हो सकता है, बल्कि क्षेत्रीय सहयोग को भी नई दिशा मिल सकती है।
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