राघव चड्ढा ने संसद में बोला, शहीद-ए-आजम भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग | AVP Ganga हिंदी
AAP सांसद राघव चड्ढा ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग की और कहा कि उनकी शहादत को लगभग 93 साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी हम उन्हें उनके हिस्से का सम्मान नहीं दे पाए हैं।
राघव चड्ढा ने संसद में बोला, शहीद-ए-आजम भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग
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संसद में राघव चड्ढा का बयान
हाल ही में, आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने संसद में एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने शहीद-ए-आजम भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग की। चड्ढा का यह बयान विशेष रूप से तब महत्वपूर्ण है जब देश स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को याद करता है। भगत सिंह ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जो योगदान दिया, उसे भुलाया नहीं जा सकता।
भगत सिंह के योगदान की अहमियत
भगत सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख व्यक्ति थे। उन्होंने न केवल अपने विचारों से, बल्कि अपने कर्मों से भी देशवासियों को प्रेरित किया। आज, उनकी शहादत को 90 साल से अधिक का समय हो चुका है, फिर भी उनकी जिजीविषा और संघर्ष आज भी लोगों के दिलों में जीवित है। चड्ढा ने जोर देकर कहा कि भारत रत्न जैसे सर्वोच्च सम्मान के पात्र हैं, जो उनकी विरासत को सम्मानित करेगा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
राघव चड्ढा की इस मांग पर कई राजनीतिक दलों ने प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने इसे सकारात्मक कदम बताते हुए समर्थन किया, जबकि अन्य ने सवाल उठाए कि क्या यह सही समय है या नहीं। विशेष रूप से, बीजेपी और कांग्रेस जैसे बड़े दलों के नेताओं ने भी इस संदर्भ में विचार साझा किए हैं। चड्ढा का कहना है कि यह मांग सिर्फ राजनीतिक नहीं है, बल्कि एक ऐतिहासिक आवश्यकता भी है।
निष्कर्ष
शहीद-ए-आजम भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग केवल एक सम्मान की बात नहीं है, बल्कि यह देश की युवा पीढ़ी को उनके बलिदानों की याद दिलाने का एक प्रयास भी है। राघव चड्ढा की यह पहल यह संकेत देती है कि हमारे नेता आज भी उन चमारों की प्रेरणा से प्रभावित हैं जिन्होंने आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
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