विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कि भारत दुनिया के साथ आगे बढ़ना चाहता है AVPGanga, ब्रिसबेन में क्या कहा, यहाँ जानें पूरा कार्यक्रम
जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत विकास के पथ पर अग्रसर है और दुनिया के साथ आगे बढ़ना चाहता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देशों में भारत के साथ काम करने की सदिच्छा और भावना है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कि भारत दुनिया के साथ आगे बढ़ना चाहता है
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में ब्रिसबेन में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भारत की विदेश नीति और वैश्विक संबंधों के विषय में विचार साझा किए। यह कार्यक्रम भारत और अन्य देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने पर केंद्रित था। जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत की दृष्टि सिर्फ अपने देश को सशक्त बनाना नहीं बल्कि दुनिया के साथ मिलकर आगे बढ़ने की है।
ब्रिसबेन में जयशंकर के महत्वपूर्ण बयान
ब्रिसबेन में हुए इस कार्यक्रम में, जयशंकर ने कहा कि एक मजबूत और स्वतंत्र भारत, वैश्विक स्तर पर योगदान देना चाहता है। उनका उद्देश्य न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है, बल्कि बहुपक्षीय मंचों पर भी भारत की महत्त्वपूर्ण भूमिका को सुनिश्चित करना है। यह वक्तव्य भारत के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
भारत और वैश्विक साझेदारियाँ
जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत दुनिया के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उठाए गए मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सभी देशों को एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, और सुरक्षा जैसे वैश्विक मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अंश
इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ राजनयिकों और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भाग लिया। जयशंकर द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों में भारत के दृष्टिकोण को साझा किया गया, जिसमें तकनीकी सहयोग, व्यापारिक संबंध, और सांस्कृतिक एक्सचेंज शामिल थे। इस मौके पर, उन्होंने उपस्थित लोगों के सवालों का भी उत्तर दिया, जो भारत की वैश्विक महत्वाकांक्षाओं को स्पष्ट करते हैं।
इस प्रकार, जयशंकर का यह संबोधन एक सकारात्मक संकेत देता है कि भारत वैश्विक मंच पर अपनी स्थायी उपस्थिति को मान्यता दिलाने हेतु निरंतर प्रयासरत है।
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