'सड़कों पर धमाके, गोलीबारी और लूट', सीरिया से लौटे पहले भारतीय ने बताए दमिश्क के भयावह हालात
सीरिया से अपने देश भारत लौटने वाले 75 भारतीय नागरिकों में से पहले शख्स गाजियाबाद के रहने वाले रवि भूषण हैं। भारत लौटने के बाद उन्होंने दमिश्क की भयावह हालात के बारे में बताया और मदद के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया।
सड़कों पर धमाके, गोलीबारी और लूट: सीरिया से लौटे पहले भारतीय ने बताए दमिश्क के भयावह हालात
सीरिया में जारी संघर्ष ने वहां की सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों को दयनीय बना दिया है। सीरिया से लौटने वाले पहले भारतीय यात्री ने दमिश्क में अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे सड़कें धमाकों, गोलीबारी और लूट का मैदान बन गई हैं।
दमिश्क के डरावने अनुभव
यात्री ने कहा कि दमिश्क की सड़कों पर स्थिति बेहद गंभीर है। स्थिति में सुधार की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। बाजारों में हलचल कम हो गई है और लोगों में भय व्याप्त है। धुएं और चीख-पुकार के बीच, स्थानीय निवासियों के लिए रोजमर्रा की जिंदगी जीना कठिन हो गया है।
सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया
स्थानीय सुरक्षा बलों द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन बावजूद इसके सामान्य नागरिकों को लगातार खतरे का सामना करना पड़ रहा है। यात्री ने यह भी बताया कि लोगों को दैनिक जिंदगी के लिए आवश्यक वस्त्र खरीदने में कठिनाई हो रही है।
भविष्य की संभावना
यात्री ने कहा कि युद्ध के हालात को देखते हुए भविष्य में स्थिति और बिगड़ने की संभावना है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अब इस स्थिति को लेकर गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है।
समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर इस संकट का सामना करना चाहिए। इस नाते जरूरी है कि हम दुनिया के इस भयावह स्थिति पर ध्यान दें और हमारी ओर से कोई पहल करें।
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