भोजन, पेय पदार्थों पर GST दरें कमरे के किराए से अलग करने की मांग, होटल में ठहरने वाले को बड़ी बचत होगी

कोई होटल 7500 रुपये से अधिक का कमरा देता है, तो उसी होटल के रेस्तरां के लिए जीएसटी दर पांच प्रतिशत से 18 प्रतिशत हो जाती है।

Mar 10, 2025 - 00:33
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भोजन, पेय पदार्थों पर GST दरें कमरे के किराए से अलग करने की मांग, होटल में ठहरने वाले को बड़ी बचत होगी
भोजन, पेय पदार्थों पर GST दरें कमरे के किराए से अलग करने की मांग, होटल में ठहरने वाले को बड़ी बचत होगी

भोजन, पेय पदार्थों पर GST दरें कमरे के किराए से अलग करने की मांग, होटल में ठहरने वाले को बड़ी बचत होगी

AVP Ganga

लेखक: सुषमा वर्मा, टीम.netaanagari

परिचय

जैसे-जैसे दुनिया भर में पिछले कुछ वर्षों में पर्यटन के क्षेत्र में वृद्धि हुई है, होटल उद्योग भी नए नियमों और सुधारों की मांग कर रहा है। हाल ही में, एक उच्च स्तरीय समिति ने सुझाव दिया है कि होटल में ठहरने के दौरान भोजन और पेय पदार्थों पर जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) दरें कमरे के किराए से अलग की जानी चाहिए। इस परिवर्तन से ग्राहकों को काफी फायदे हो सकते हैं और वे होटल में रहने का अनुभव बेहतर कर सकेंगे।

क्यों की जा रही है यह मांग?

सामाजिक और आर्थिक कारणों के चलते यह मांग उठी है। नीति निर्माताओं का मानना है कि जीएसटी को अलग करने से होटल में ठहरने वाले ग्राहकों को मनभावन मूल्य मिलेगें। वर्तमान में, होटल में ठहरते समय ग्राहकों को कमरे के साथ-साथ भोजन के लिए भी समान जीएसटी का भुगतान करना होता है, जो कई बार आर्थिक दृष्टि से उचित नहीं होता।

क्या होंगे फायदे?

इस प्रस्तावित बदलाव के यदि कार्यान्वित किया जाता है, तो होटल में रहने वाले ग्राहकों को कई लाभ मिल सकते हैं:

  • कमरे के किराए पर कम जीएसटी का बोझ होगा।
  • भोजन और पेय पदार्थों पर अधिक स्पष्टता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
  • ग्राहकों को अपने बजट के अनुसार अधिक विकल्प मिलेंगे।
  • संपूर्ण होटल अनुभव में सुधार होगा।

सरकार की प्रतिक्रिया

सरकार ने इस मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है और कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक सकारात्मक कदम होगा। जीएसटी को कम करने से न केवल ग्राहक खुश होंगे, बल्कि होटल उद्योग को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

निष्कर्ष

भोजन और पेय पदार्थों पर जीएसटी दरों को कमरे के किराए से अलग करने की मांग, होटल के उद्योग के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकती है। यदि यह बदलाव सफलतापूर्वक लागू होता है, तो यह न केवल ग्राहकों के लिए वित्तीय लाभ लाएगा, बल्कि होटल सेवाओं की पारदर्शिता भी बढ़ाएगा। इससे होटल में ठहरने का अनुभव भी और अधिक आनंददायक होगा। भविष्य के लिए यह एक उम्मीद की किरण है, जो हमें इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

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