संसद में उठा घरेलू हिंसा-शोषण के कानून के दुरुपयोग का मामला, सांसद बोले- सख्त कार्रवाई हो
शुक्रवार को संसद में घरेलू हिंसा-शोषण के कानून के दुरुपयोग का मामला उठा। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

संसद में उठा घरेलू हिंसा-शोषण के कानून के दुरुपयोग का मामला, सांसद बोले- सख्त कार्रवाई हो
AVP Ganga
लेखिका: साक्षी वर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
हाल ही में संसद में घरेलू हिंसा और शोषण के कानून के दुरुपयोग के मामलों पर चर्चा हुई। सांसदों ने इस विषय पर गंभीर चिंता व्यक्त की और सख्त कार्रवाई की मांग की। घरेलू हिंसा के कानून का सही इस्तेमाल न होने से समाज में कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जिसे सुधारने की आवश्यकता है।
घरेलू हिंसा का मुद्दा
घरेलू हिंसा के मामलों में अक्सर पीड़ित महिलाओं की आवाज को सुना नहीं जाता। कई बार, इन कानूनों का दुरुपयोग भी होता है, जो असली पीड़ितों के लिए समस्याओं को बढ़ा देता है। हाल के वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां लोग व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए इन कानूनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके चलते संसद में इस मुद्दे पर गहरी चर्चा हुई है।
सांसदों की राय
अनेक सांसदों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया। कुछ सांसदों का कहना है कि कानून के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई और उचित मानक स्थापित करने की आवश्यकता है। अन्य सांसदों ने इस बात पर जोर दिया कि पीड़ितों को भी सही तरीके से न्याय मिलना चाहिए, ताकि वे समाज में सुरक्षित महसूस करें।
आवश्यक कदम
संसद में विचारों का यह दौर हमें यह स्मरण कराता है कि हमें न केवल कानूनों को बनाना है, बल्कि उन्हें सही तरीके से लागू करना भी अत्यंत आवश्यक है। सांसदों ने सुझाव दिया कि एक स्वतंत्र आयोग का गठन किया जाना चाहिए, जो घरेलू हिंसा के मामलों की जांच और जांच के दौरान किए गए दुरुपयोग को रोकने में सहायक हो सके।
समापन
घरेलू हिंसा और शोषण के मामलों में दुरुपयोग के इस मुद्दे को संसद में उठाना एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल जन जागरूकता बढ़ेगी बल्कि सही दिशा में कदम उठाने का मार्ग प्रशस्त होगा। उम्मीद की जाती है कि इस चर्चा के माध्यम से सभी पक्षों के लिए न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
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