26/11 Mumbai Attack: तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर क्या बोला अमेरिका और इजरायल, पाकिस्तान के पेट में होगा दर्द

मुंबई हमले का साजिशकर्ता और पाकिस्तान मूल के आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा को अब भारत लाया जा चुका है। अब वह एनआईए की गिरफ्त में है। विशेष अदालत में उस पर मुकदमा सुनाकर सजा सुनाई जाएगी। अजमल आमिर कसाब के बाद मुंबई हमलों से जुड़ा यह दूसरा आतंकी होगा, जिस पर भारत में मुकदमा चलेगा और सजा होगी।

Apr 10, 2025 - 22:33
 137  133.5k
26/11 Mumbai Attack: तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर क्या बोला अमेरिका और इजरायल, पाकिस्तान के पेट में होगा दर्द
26/11 Mumbai Attack: तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर क्या बोला अमेरिका और इजरायल, पाकिस्तान के पेट में होगा दर्�

26/11 मुंबई हमले: तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर क्या बोला अमेरिका और इजरायल, पाकिस्तान के पेट में होगा दर्द

Tagline: AVP Ganga

लेखक: प्रिया वर्मा, टीम नेटानागरी

परिचय

26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले ने न केवल भारत बल्कि विश्व समुदाय को झकझोर दिया था। अब, इस संबंध में एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया आई है। अमेरिका और इजरायल ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के मामले पर अपनी राय व्यक्त की है। आइए जानते हैं इस स्थिति के बारे में विस्तार से।

अमेरिका का रुख

अमेरिका ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के लिए पाकिस्तानी सरकार के साथ सहयोग करने की बात कही है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद के खिलाफ उनकी नीतियों के तहत, किसी भी आतंकवादी को लोकतंत्र और मानवता के खिलाफ अपराध करने के लिए दंडित किया जाना चाहिए। अमेरिका ने इस मामले में ठोस कदम उठाने की अपील की है, जिससे न्याय सुनिश्चित हो सके।

इजरायल की उपस्थिति

इजरायल ने भी इस संदर्भ में अपनी आवाज उठाई है। इजरायली अधिकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ सभी देशों से एकजुट होने की अपील की है। इजरायल के एक प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवादियों को उनके कार्यों का परिणाम भुगतना चाहिए। यह बयान इस बात को दर्शाता है कि इजरायल भारत के साथ इस मामले में खड़ा है।

पाकिस्तान के लिए दिक्कतें

तहलका मचाने वाली यह खबर पाकिस्तान के लिए एक निश्चित चिंता का विषय है। पाकिस्तान अब भी आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया के सामने संदेह के घेरे में है। यदि तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण सफल होता है, तो इससे पाकिस्तान की राजनीति और सुरक्षा स्थितियों पर दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है। यह उसे वैश्विक स्तर पर और भी अधिक संकुचन की ओर ले जा सकता है।

निष्कर्ष

26/11 का हमला और इससे जुड़े तत्वों का फलक आज भी सुलगता हुआ है। अमेरिका और इजरायल की प्रतिक्रिया साफ संकेत दे रही है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता है। अगर तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण होता है, तो यह न केवल भारत के लिए बल्कि विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। देर-सबेर, पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

ताजा घटनाक्रम और ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर अधिक अपडेट के लिए, avpganga.com पर अवश्य जाएँ।

Keywords

26/11 Mumbai Attack, Tahawwur Rana, Extradition, USA, Israel, Pakistan, Terrorism, Global Unity, Indian Security, Mumbai Terror Attack

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow