'कुछ भी बकवास चलेगा...' ओम शांति ओम के गाने के लिए बेतुके बोल चाहती थीं फराह, शेखर ने शेयर किया किस्सा

The Filmy Hustle Exclusive: म्यूजिक इंडस्ट्री की हिट जोड़ी 'विशाल-शेखर' के लोकप्रिय संगीतकार और गायक शेखर रवजियानी ने इंडिया टीवी के पॉडकास्ट 'द फिल्मी हसल' में अक्षय राठी से फराह खान की अब तक की सबसे बड़ी फिल्म 'ओम शांति ओम' के लिए संगीत बनाने के बारे में बात की।

Apr 27, 2025 - 14:33
 149  16k
'कुछ भी बकवास चलेगा...' ओम शांति ओम के गाने के लिए बेतुके बोल चाहती थीं फराह, शेखर ने शेयर किया किस्सा
'कुछ भी बकवास चलेगा...' ओम शांति ओम के गाने के लिए बेतुके बोल चाहती थीं फराह, शेखर ने शेयर किया किस्सा

कुछ भी बकवास चलेगा...' ओम शांति ओम के गाने के लिए बेतुके बोल चाहती थीं फराह, शेखर ने शेयर किया किस्सा

AVP Ganga

फिल्म उद्योग में दिलचस्प कहानियां अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। हाल ही में, फिल्म 'ओम शांति ओम' के निर्देशक फराह खान द्वारा गाने के लिए चुने गए अजीब बोलों का एक दिलचस्प किस्सा सामने आया है। संगीतकार शेखर रविपुडी ने एक बातचीत के दौरान बताया कि किस तरह से फराह ने मजाक में कहा कि "कुछ भी बकवास चलेगा"।

किस्सा सुनाया शेखर ने

शेखर ने अपनी यादों को ताजा करते हुए बताया कि जब वह 'ओम शांति ओम' के गाने की प्रक्रिया के दौरान फराह के साथ थे, तो उन्होंने गाने के बोलों के सम्बन्ध में काफी मजेदार बातें कीं। फराह ने उनकी हंसी उड़ाते हुए कहा, "खुद को संजीदा मत रखो, कुछ भी बकवास चलेगा।" यह सुनकर सभी लोग हंस पड़े थे।

फिल्म का महत्व

'ओम शांति ओम' एक सफल हिंदी फिल्म है जो न केवल अपनी कहानी बल्कि अपने गानों के लिए भी जानी जाती है। इसमें शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण के बेहतरीन प्रदर्शन को भी सराहा गया। गाने के बोल ने दर्शकों पर गहरा प्रभाव डाला और अब ये गाने भारतीय सिनेमा के क्लासिक बनकर उभरे हैं।

फराह का दृष्टिकोण

फराह खान ने हमेशा अपने काम में संगीनता और हास्य का सही संतुलन बनाए रखा है। उन्होंने कई बार कहा है कि उनका मानना है कि कोई भी काम करने का तरीका मजेदार होना चाहिए। उनका यह एप्रोच दर्शकों के बीच एक अलग ही पहचान बनाता है।

गोताखोर की तरह फिल्म उद्योग

फिल्म उद्योग में कई अनकही कहानियां होती हैं जो दर्शकों तक नहीं पहुंच पातीं। ऐसे में शेखर का यह अनुभव इस बात का प्रमाण है कि कैसे थोड़ी मस्ती और बेतुकोपन काम को और भी दिलचस्प बना देता है। इस तरह के किस्से फिल्म इंडस्ट्री के पीछे की वास्तविकता को उजागर करते हैं।

निष्कर्ष

इस किस्से से स्पष्ट होता है कि फिल्म निर्माण केवल गंभीरता का काम नहीं है, बल्कि इसमें मस्ती का भी बड़ा योगदान है। आगे भी हमें ऐसी ही और दिलचस्प कहानियों का सामना करना पड़ सकता है।

फराह खान और शेखर की यह बातचीत दर्शकों के लिए एक रोमांचक अनुभव रही। फिल्म बनाने के इस मस्ती भरे सफर को सुनना न केवल मजेदार है बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाता है कि जिंदगी को हल्के में लेना कितना महत्वपूर्ण है।

अधिक जानकारी के लिए, कृपया विजिट करें: avpganga.com

Keywords

Oom Shanti Oom, Farah Khan, Shekhar Ravjiani, Bollywood stories, song lyrics, Hindi movie, classic songs, film industry anecdotes

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow