कौन हैं अब्दुल्ला बैरन और अब्दुल लतीफ, जिन्होंने अरबी में किया रामायण व महाभारत का अनुवाद; पीएम मोदी ने कुवैत में की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कुवैत यात्रा के दौरान अब्दुल्ला बैरन और अब्दुल लतीफ से विशेष मुलाकात की, जिन्होंने भारतीय महाकाव्य रामायण और महाभारत का हिंदी भाषा में अनुवाद किया है।

Dec 25, 2024 - 00:02
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कौन हैं अब्दुल्ला बैरन और अब्दुल लतीफ, जिन्होंने अरबी में किया रामायण व महाभारत का अनुवाद; पीएम मोदी ने कुवैत में की मुलाकात
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कौन हैं अब्दुल्ला बैरन और अब्दुल लतीफ?

हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी की कुवैत यात्रा के दौरान अब्दुल्ला बैरन और अब्दुल लतीफ के अनुवाद के काम की चर्चा हुई। इन दोनों व्यक्तियों ने हिन्दू धर्म की महान कृतियों, रामायण और महाभारत, का अरबी में अनुवाद किया है। यह अनुवाद केवल साहित्यिक महत्व नहीं रखता, बल्कि यह सांस्कृतिक संवाद और समझ को भी बढ़ावा देता है।

अब्दुल्ला बैरन और उनका योगदान

अब्दुल्ला बैरन, एक प्रसिद्ध लेखक और विद्वान, ने रामायण और महाभारत के अरबी अनुवाद के माध्यम से हिन्दू संस्कृति को मुस्लिम-बहुल क्षेत्रों में पहुँचाने का कार्य किया। उनके अनुवाद न केवल भाषा के स्तर पर बल्कि विचार और नैतिकता के स्तर पर भी गहन अर्थ रखते हैं। यह प्रयास शक्तिशाली संदेश भेजता है कि कैसे विभिन्न संस्कृतियाँ एक-दूसरे के प्रति खुली और समर्पित हो सकती हैं।

अब्दुल लतीफ का साहित्यिक सफर

अब्दुल लतीफ ने भी इसी दिशा में अपने कदम बढ़ाते हुए, इन कृतियों का अनुवाद किया। उनकी विचारधारा में एक गहरी समझ और सहिष्णुता का प्रतीक है, जो कि समाज में सामंजस्यता को बढ़ावा देता है। उनका कार्य संस्कृति, धर्म और मानवता के मनोभावों को समर्पित है।

पीएम मोदी की मुलाकात

कुवैत में पीएम मोदी ने अब्दुल्ला बैरन और अब्दुल लतीफ से मिलकर उनकी मेहनत और अनुवाद कार्य की सराहना की। उन्होंने इस अनुवाद को भारत और अरब देशों के बीच संवाद का एक महत्वपूर्ण माध्यम मानते हुए इसके महत्व को उजागर किया।

इस तरह के अनुवाद न केवल साहित्य की दुनिया में नई संभावनाएँ बुनते हैं, बल्कि वे सांस्कृतिक नीतियों में भी बदलाव ला सकते हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत की विविधता को विश्व सतर पर प्रस्तुत करता है।

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निष्कर्ष

अब्दुल्ला बैरन और अब्दुल लतीफ का कार्य हमारे समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि किस प्रकार विविध संस्कृतियों को अपने-आप में समाहित करके एक नया दृष्टिकोण तैयार किया जा सकता है। यह कार्य हमें एक नई दिशा देने और एक-दूसरे को समझने में मदद करेगा। Keywords: अब्दुल्ला बैरन, अब्दुल लतीफ, रामायण का अरबी अनुवाद, महाभारत का अरबी अनुवाद, पीएम मोदी कुवैत मुलाकात, अरबी अनुवादक, हिन्दू संस्कृति का अनुवाद, सांस्कृतिक संवाद, साहित्यिक अनुवाद, भारतीय संस्कृति, विकास और शिक्षा, संवाद बढ़ावा देना.

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