‘जैसे ही हम कंटेनर से बाहर निकले…’, उत्तराखंड में हिमस्खलन से बचाए गए मजदूरों ने सुनाई आपबीती
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में एक हिमस्खलन ने 55 मजदूरों के कैंप को तबाह कर दिया। कई मजदूरों ने बर्फ के सैलाब से बचने की अपनी कहानी सुनाई।

‘जैसे ही हम कंटेनर से बाहर निकले…’, उत्तराखंड में हिमस्खलन से बचाए गए मजदूरों ने सुनाई आपबीती
AVP Ganga
उत्तराखंड, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, ने हाल ही में एक भयानक घटना का सामना किया। राज्य के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन के कारण कई मजदूर फंसे हुए थे। इस हादसे के बाद इन मजदूरों की कहानियाँ सुनना काफी दिलचस्प और विचारणीय है। आइए, देखते हैं कि इन मजदूरों ने कैसे अपनी जान बचाई और उनके अनुभव किस तरह के रहे।
भूस्खलन की घटना
उत्तराखंड के कुछ दूरदराज इलाकों में भारी बारिश के साथ हिमस्खलन ने कई मजदूरों की ज़िन्दगी को खतरे में डाल दिया। जब मजदूर अपने कार्यस्थल पर थे, तभी अचानक से बर्फ़ और मटके का एक बड़ा हिस्सा गिरा। इनमें से कुछ मजदूर एक कंटेनर में काम कर रहे थे। कंटेनर के भीतर सुरक्षा मिलने के कारण वे बच गए जबकि अन्य लोग मलबे के नीचे दब गए।
आपबीती सुनाते मजदूर
एक 32 वर्षीय मजदूर ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, “जैसे ही हम कंटेनर से बाहर निकले, हमें चारों ओर बर्फ और मलबे के ढेर नजर आए। हम नहीं जानते थे कि क्या करें। स्थिति काफी भयावह थी और कई लोग चिल्ला रहे थे। हमें लगा कि हम जीवित नहीं बचेंगे।”
दूसरे मजदूर ने बताया, “हमने तुरंत प्रशासन को फोन किया। हमारी जान बचाने के लिए मौके पर बचाव दल पहुंचे, जिन्होंने हमें बचाया। उनकी तत्परता के चलते हम सभी सही सलामत हैं।” इस घटना के बाद, संबंधित अधिकारियों ने इन मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
सरकार की प्रतिक्रिया
उत्तराखंड सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और सभी प्रभावित लोगों के लिए राहत सहायता की घोषणा की है। प्रशासन ने मलबा हटाने और दूसरी तबाही से बचने के लिए आवश्यक उपाय किए हैं। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की योजना बनाई है ताकि सच्चाई का मुआयना किया जा सके।
भविष्य की चुनौतियाँ
इस घटना से यह स्पष्ट है कि पहाड़ी क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाएँ तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में, सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता है। पहाड़ी इलाकों में निर्माण कार्य करते समय आवश्यक सावधानियां बरतना चाहिए ताकि फिर से ऐसी दुखद स्थिति का सामना न करना पड़े।
उपसंहार
उत्तराखंड में हुए हिमस्खलन ने कई मजदूरों की जान को खतरे में डाल दिया, लेकिन उनकी साहसिकता और बचाव दल की तत्परता ने उन्हें बचा लिया। यह घटना पहाड़ी क्षेत्रों में सुरक्षा की आवश्यकता की ओर इशारा करती है। हमें उम्मीद है कि भविष्य में ऐसा फिर न हो।
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