व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर भारत के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखकर होगा, जानें पीयूष गोयल ने और क्या भरोसा दिलाया
पीयूष गोयल ने कहा कि हम बहुत सारे विषयों, बहुत सारे उत्पादों को कवर कर रहे हैं और मैं देश भर के कारोबारियों को आश्वस्त कर सकता हूं कि हम अपनी चर्चाओं में भारत के सर्वोत्तम हितों को सबसे आगे रख रहे हैं।

व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर भारत के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखकर होगा, जानें पीयूष गोयल ने और क्या भरोसा दिलाया
AVP Ganga
लेखक: स्नेहा शर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में व्यापार समझौतों को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर केवल भारत के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखकर करेगी। यह बयान वैश्विक व्यापार के माहौल को देखते हुए महत्वपूर्ण है।
पीयूष गोयल का आश्वासन
गोयल ने कहा कि भारत ने हमेशा से संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौतों का समर्थन किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि देश के हर क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए समझौतों को तैयार किया जाएगा। गोयल ने विश्वास दिलाया कि जो भी व्यापार समझौते किए जाएंगे, वे भारतीय उद्योगों और श्रमिकों के लिए फायदेमंद होंगे।
वैश्विक दृश्य
वर्तमान में, भारत ने कई देशों के साथ व्यापार समझौतों को लेकर बातचीत शुरू कर दी है। इस समय वैश्विक व्यापार की स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन भारत अपने आर्थिक विकास के लिए नए अवसरों का लाभ उठाने का प्रयास कर रहा है। गोयल ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी समझौते भारत के हितों की रक्षा करें।
आर्थिक विकास का महत्व
व्यापार समझौतों की प्रक्रिया में आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण योगदान है। पीयूष गोयल ने कहा कि उद्योगों और व्यापारियों के साथ लगातार संवाद किया जा रहा है। उनका उद्देश्य भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना है।
निष्कर्ष
भारत के वाणिज्य मंत्री का यह आश्वासन व्यापार जगत के लिए सकारात्मक संकेत है। यह बात साफ है कि व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर करते समय भारत के सर्वोत्तम हितों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
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