ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश मामलों की संसदीय कमेटी की बैठक, जानिए जयशंकर ने क्या-क्या दिए जवाब?
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया है। ये बदला ऑपरेशन सिंदूर चलाकर लिया गया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। साथ ही भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को भी नुकसान पहुंचाया है।

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश मामलों की संसदीय कमेटी की बैठक, जानिए जयशंकर ने क्या-क्या दिए जवाब?
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नई दिल्ली: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया है। ये बदला ऑपरेशन सिंदूर चलाकर लिया गया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। साथ ही भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को भी नुकसान पहुंचाया है। इस मुद्दे पर विदेश मामलों की संसदीय कमेटी की एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने खुलकर सवालों के जवाब दिए।
बैठक का उद्देश्य और महत्व
बैठक का उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा किए गए आतंकवादी हमले के बाद स्थिति की समीक्षा करना और भारत के सुरक्षा कदमों पर चर्चा करना था। इस बैठक में जयशंकर ने राष्ट्रीय सुरक्षा की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की और विपक्षी दलों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने एक सटीक और प्रभावी अभियान चलाया है, जिसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ शक्तिशाली बयां देना था।
जयशंकर ने क्या कहा?
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने आतंकियों के कई ठिकानों को नष्ट किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्रवाई केवल एक प्रतिशोध नहीं, बल्कि आतंकवादियों को एक स्पष्ट संदेश था कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर है। उन्होंने भारत की संप्रभुता की रक्षा में किसी भी प्रकार की खतरे को अस्वीकार किया। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि भारत ने सीमापार से होने वाले हमलों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
अगली कार्रवाई की योजना
जयशंकर ने अगले कदमों पर भी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा और साथ ही किसी भी खतरे का कड़ा उत्तर देने के लिए तैयार रहेगा। जमीनी स्थितियों को समझते हुए, उन्होंने इसके लिए रणनीतिक योजना बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
शांतिदूत मिशन में व्यापक सदस्यता
बैठक में सदस्यों ने भी यह सुझाव दिया कि भारत को अपने सहयोगियों के साथ मिलकर आतंकवाद से निपटने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। जयशंकर ने स्वीकार किया कि सहयोगी देशों की मदद से भारत को अपनी सुरक्षा में सुधार लाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि परस्पर सहयोग से ही आतंकवाद का मुकाबला किया जा सकता है।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर और इसके परिणाम ने एक बार फिर से भारत की दृढ़ता को ना केवल रखा है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कितनी गंभीरता से काम कर रहा है। यह बैठक सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श का एक महत्वपूर्ण मौक़ा थी और इसके जरिए भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपनी रक्षा की किसी भी कीमत पर तैयार है।
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