'कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता', वीर बाल दिवस पर बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि कितने भी विपरीथ हालात क्यों न हों, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता। देश के लिए किया गया हर काम वीरता है।
‘कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता’, वीर बाल दिवस पर बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी विपरीत क्यों न हों, देश की एकता और उसके हितों से बड़ा कुछ नहीं होता। यह संदेश पूरी देशवासियों के लिए प्रेरणादायक है, जो कि वर्तमान समय में एकजुटता और समर्पण की आवश्यकता को दर्शाता है।
वीर बाल दिवस का महत्व
वीर बाल दिवस हर साल 26 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन उन महान व्यक्तियों को याद करने का अवसर है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। पीएम मोदी ने इस दिन की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को ऐसे वीरों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
प्रधानमंत्री का विशेष संदेश
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “हमें अपनी दृढ़ संकल्प को बनाए रखना होगा। हमें अपने देश की समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है और हमें अपने राष्ट्र को हमेशा पहले रखना होगा।” उनका यह बयान युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है, जो उन्हें अपने देश के प्रति जागरूक और सतर्क बनाएगा।
एकता की आवश्यकता
प्रधानमंत्री ने एकता की आवश्यकता पर भी जोर दिया, कहकर कि जब हम एकजुट होते हैं, तो कोई भी विपरीत परिस्थिति हमें हरा नहीं सकती। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने देश और देशहित को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने वीर बाल दिवस की गरिमा को बढ़ाते हुए कहा, “हमेशा याद रखें कि हमारा देश हमारी पहचान है, और इस पहचान को हम अपने कार्यों और विचारों से मजबूत बनाएं।”
इस तरह पीएम मोदी के स्वर में देश प्रेम और एकता की भावना को महसूस किया जा सकता है, जो हर भारतीय के लिए एक प्रेरणा है।
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