पुतिन के भारत दौरे से पहले LAC विवाद सुलझाने को तैयार हुआ चीन, बीजिंग ने जारी किया बड़ा बयान

रूसी राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे से पहले ही चीन ने भारत के साथ संबंधों को सुधारने और एलएसी विवाद को सुलझाने के बाबत बड़ा बयान दिया है। बता दें कि आज ही रूस ने आधिकारिक बयान में कहा था कि राष्ट्रपति पुतिन पीएम मोदी के आमंत्रण को स्वीकार कर भारत जाने की योजना बना रहे हैं।

Mar 27, 2025 - 21:33
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पुतिन के भारत दौरे से पहले LAC विवाद सुलझाने को तैयार हुआ चीन, बीजिंग ने जारी किया बड़ा बयान
पुतिन के भारत दौरे से पहले LAC विवाद सुलझाने को तैयार हुआ चीन, बीजिंग ने जारी किया बड़ा बयान

पुतिन के भारत दौरे से पहले LAC विवाद सुलझाने को तैयार हुआ चीन, बीजिंग ने जारी किया बड़ा बयान

AVP Ganga

लेखिका: साक्षी शर्मा, टीम नेटानागरी

परिचय

चीन ने हाल ही में एक बड़ा बयान जारी करते हुए कहा है कि वह भारत के साथ LAC (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) विवाद को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह बयान उस समय आया है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत का दौरा करने वाले हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बुखार में दोनों देशों के बीच संबंधों की प्रगति की संभावना है।

चीन का बयान और उसके अर्थ

बीजिंग ने इस बयान के माध्यम से स्पष्ट किया है कि वह सीमावर्तीय विवाद को सुलझाने में इच्छुक है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वार्ता और सहयोग से ही विवाद का समाधान किया जा सकता है। इस बयान से यह संकेत मिलता है कि चीन अब बातचीत के प्रति सहिष्णुता दिखा रहा है, जो क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।

भारत और चीन के बीच का संबंध

भारत और चीन के बीच पिछले कुछ वर्षों से LAC मुद्दे को लेकर तनाव चला आ रहा है। दोनों देशों की सेनाएँ एक-दूसरे के खिलाफ मौजूद रही हैं, जिसके चलते सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। ऐसे में चीन का यह कदम महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे भारत के साथ उसके द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की संभावना प्रकट होती है। इस बयान से पहले दोनों देशों के बीच कुछ बैठकों और मोलभाव भी हुए थे।

पुतिन का दौरा और इसके प्रभाव

पुतिन के भारत दौरे का उद्देश्य आर्थिक और सामरिक सहयोग को बढ़ावा देना भी है। अनुबंधों और व्यापार के नए अवसरों का निर्माण करने के साथ-साथ यह दौरा भारत-चीन संबंधों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। पुतिन का यह दौरा न केवल यह दर्शाएगा कि रूस ने भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया है, बल्कि यह भी कि वह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सतत सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है।

निष्कर्ष

चीन का LAC विवाद को हल करने की दिशा में बयान देना एक सकारात्मक संकेत है, खासकर जब दुनिया की निगाहें पुतिन के भारत दौरे पर हैं। यह समय भारत और चीन के बीच बातचीत को आगे बढ़ाने का बेहतर अवसर हो सकता है। दोनों देश यदि इस दिशा में ठोस कदम उठाते हैं, तो यह क्षेत्रीय स्थिरता और महाद्वीप की सुरक्षा के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।

भारत और चीन के बीच संवाद और सहयोग को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। यदि सही समय पर सही निर्णय लिए जाएं, तो ना केवल सीमा विवाद हल हो सकता है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच भविष्य में सहयोग और समझौता के लिए एक मजबूत बुनियाद भी तैयार कर सकता है।

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