मुंबई बंधक केस, बुजुर्ग बोलीं- आरोपी ने बहुत ड्रामा किया:बच्चों के पैरेंट्स से ₹4 करोड़ मांगे; पटाखे फोड़कर बोला बाहर फायरिंग हो रही

मुंबई के पवई में गुरुवार को RA स्टूडियो में 17 बच्चों सहित 19 लोगों को बंधक बनाने वाले आरोपी के बारे में बुजुर्ग महिला मंगला पाटनकर ने कई बातें बताईं। वह अपनी पोती को ऑडिशन के लिए ले गई थीं। जब पुलिस बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए बाहर काम कर रही थी, तब मंगला ने भी बच्चों को बचाने में अहम भूमिका निभाई। उनके सिर में कांच के टुकड़ों से चोटें भी आईं। अभी वह हॉस्पिटल में भर्ती हैं। पूरी घटना के बारे में उन्होंने बताया कि आरोपी रोहित पहले कुछ बच्चों को उनके पास छोड़ गया और बाकी को ऊपर ले गया। थोड़ी देर बाद मुझे भी बाकी बच्चों के साथ ऊपर आने को कहा। उसने खिड़की पर काले पर्दे लगाए और धमकी दी कि स्टूडियो में बम रखा है। उसने 4 बच्चों से उनके माता-पिता को फोन करवाया और हर एक से ₹1 करोड़ की फिरौती मांगी। साफ समझ आ रहा था कि सब कुछ पहले से प्लान है। मंगला ने कहा कि पूरे समय बहुत अच्छे से व्यवहार कर रहा था, लेकिन उसने बहुत ड्रामा भी किया। उसने दिवाली के पटाखे फोड़े और हमें बताया कि बाहर फायरिंग हो रही है इसलिए हम बिल्डिंग से बाहर नहीं निकले। पैरेंट्स को बच्चों की फोटो भेजीं पुलिस के ऑपरेशन से पहले मंगला ने बच्चों की फोटो उनके माता‑पिता को भेजीं ताकि उन्हें भरोसा हो कि बच्चे सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि स्टूडियो का एक अन्य कर्मचारी भी इस साजिश में शामिल लग रहा था। मराठी एक्ट्रेस को भी बुलाया था इसी केस में मराठी फिल्मों की एक्ट्रेस रुचिता जाधव ने बताया कि आरोपी रोहित आर्या ने उन्हें कुछ दिन पहले अपनी फिल्म के सिलसिले में बुलाया था। उन्होंने कहा कि उस दिन को सोचकर मैं कांप जाती हूं। उन्होंने आरोपी के साथ वॉट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। रुचिता ने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि रोहित आर्य ने कुछ हफ्ते पहले उन्हें एक फिल्म प्रोजेक्ट के लिए इनवाइट किया था। 4 अक्टूबर को उन्हें रोहित आर्य नाम के व्यक्ति का मैसेज आया था। उसने खुद को एक फिल्ममेकर बताया और कहा कि वह होस्टेज सिचुएशन पर आधारित फिल्म बना रहा है। उन्होंने कहा- 'एक एक्ट्रेस होने के नाते मैंने बातचीत जारी रखी। फिर 23 अक्टूबर को रोहित ने पूछा कि क्या मैं 27, 28 या 29 अक्टूबर को मिलने के लिए आ सकती हूं? हम 28 अक्टूबर को मिलने वाले थे।' रुचिता ने बताया कि 27 अक्टूबर को रोहित ने उन्हें पवई स्थित एक स्टूडियो की लोकेशन भेजा और अगली सुबह आने के लिए कहा, लेकिन पारिवारिक कारणों से मीटिंग रद्द कर दी। रुचिता ने अपनी पोस्ट में लिखा- जब मैंने वही नाम देखा, तो मेरा दिल दहल गया। यह सोचकर ही कांप जाती हूं कि अगर उस दिन मैं चली जाती तो क्या होता। भगवान और मेरे परिवार का शुक्र है जिन्होंने मुझे उस दिन बाहर जाने से रोक लिया। रुचिता ने लास्ट में लिखा कि यह घटना उन्हें हमेशा याद दिलाएगी कि काम के सिलसिले में किसी नए व्यक्ति से मिलने से पहले बेहद सावधान रहना चाहिए और हमेशा अपने परिवार या दोस्तों को इसकी जानकारी देनी चाहिए। दरअसल, रोहित आर्या नाम के शख्स ने एक वेब सीरीज के ऑडिशन के लिए बुलाकर 17 बच्चों को बंधक बना लिया था। उसने एक वीडियो पोस्ट करके कहा था कि उसकी मांग है कि महाराष्ट्र शिक्षा विभाग पर बकाया ₹2 करोड़ का भुगतान किया जाए। करीब 3.5 घंटे लंबे इस घटनाक्रम को अंत तब हुआ जब पुलिस और कमांडो टीम बाथरूम की खिड़की से स्टूडियो में घुसे और आरोपी को गोली मार दी। पूरी खबर पढ़ें...

Oct 31, 2025 - 18:33
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मुंबई बंधक केस, बुजुर्ग बोलीं- आरोपी ने बहुत ड्रामा किया:बच्चों के पैरेंट्स से ₹4 करोड़ मांगे; पटाखे फोड़कर बोला बाहर फायरिंग हो रही
मुंबई के पवई में गुरुवार को RA स्टूडियो में 17 बच्चों सहित 19 लोगों को बंधक बनाने वाले आरोपी के बारे में बुजुर्ग महिला मंगला पाटनकर ने कई बातें बताईं। वह अपनी पोती को ऑडिशन के लिए ले गई थीं। जब पुलिस बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए बाहर काम कर रही थी, तब मंगला ने भी बच्चों को बचाने में अहम भूमिका निभाई। उनके सिर में कांच के टुकड़ों से चोटें भी आईं। अभी वह हॉस्पिटल में भर्ती हैं। पूरी घटना के बारे में उन्होंने बताया कि आरोपी रोहित पहले कुछ बच्चों को उनके पास छोड़ गया और बाकी को ऊपर ले गया। थोड़ी देर बाद मुझे भी बाकी बच्चों के साथ ऊपर आने को कहा। उसने खिड़की पर काले पर्दे लगाए और धमकी दी कि स्टूडियो में बम रखा है। उसने 4 बच्चों से उनके माता-पिता को फोन करवाया और हर एक से ₹1 करोड़ की फिरौती मांगी। साफ समझ आ रहा था कि सब कुछ पहले से प्लान है। मंगला ने कहा कि पूरे समय बहुत अच्छे से व्यवहार कर रहा था, लेकिन उसने बहुत ड्रामा भी किया। उसने दिवाली के पटाखे फोड़े और हमें बताया कि बाहर फायरिंग हो रही है इसलिए हम बिल्डिंग से बाहर नहीं निकले। पैरेंट्स को बच्चों की फोटो भेजीं पुलिस के ऑपरेशन से पहले मंगला ने बच्चों की फोटो उनके माता‑पिता को भेजीं ताकि उन्हें भरोसा हो कि बच्चे सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि स्टूडियो का एक अन्य कर्मचारी भी इस साजिश में शामिल लग रहा था। मराठी एक्ट्रेस को भी बुलाया था इसी केस में मराठी फिल्मों की एक्ट्रेस रुचिता जाधव ने बताया कि आरोपी रोहित आर्या ने उन्हें कुछ दिन पहले अपनी फिल्म के सिलसिले में बुलाया था। उन्होंने कहा कि उस दिन को सोचकर मैं कांप जाती हूं। उन्होंने आरोपी के साथ वॉट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। रुचिता ने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि रोहित आर्य ने कुछ हफ्ते पहले उन्हें एक फिल्म प्रोजेक्ट के लिए इनवाइट किया था। 4 अक्टूबर को उन्हें रोहित आर्य नाम के व्यक्ति का मैसेज आया था। उसने खुद को एक फिल्ममेकर बताया और कहा कि वह होस्टेज सिचुएशन पर आधारित फिल्म बना रहा है। उन्होंने कहा- 'एक एक्ट्रेस होने के नाते मैंने बातचीत जारी रखी। फिर 23 अक्टूबर को रोहित ने पूछा कि क्या मैं 27, 28 या 29 अक्टूबर को मिलने के लिए आ सकती हूं? हम 28 अक्टूबर को मिलने वाले थे।' रुचिता ने बताया कि 27 अक्टूबर को रोहित ने उन्हें पवई स्थित एक स्टूडियो की लोकेशन भेजा और अगली सुबह आने के लिए कहा, लेकिन पारिवारिक कारणों से मीटिंग रद्द कर दी। रुचिता ने अपनी पोस्ट में लिखा- जब मैंने वही नाम देखा, तो मेरा दिल दहल गया। यह सोचकर ही कांप जाती हूं कि अगर उस दिन मैं चली जाती तो क्या होता। भगवान और मेरे परिवार का शुक्र है जिन्होंने मुझे उस दिन बाहर जाने से रोक लिया। रुचिता ने लास्ट में लिखा कि यह घटना उन्हें हमेशा याद दिलाएगी कि काम के सिलसिले में किसी नए व्यक्ति से मिलने से पहले बेहद सावधान रहना चाहिए और हमेशा अपने परिवार या दोस्तों को इसकी जानकारी देनी चाहिए। दरअसल, रोहित आर्या नाम के शख्स ने एक वेब सीरीज के ऑडिशन के लिए बुलाकर 17 बच्चों को बंधक बना लिया था। उसने एक वीडियो पोस्ट करके कहा था कि उसकी मांग है कि महाराष्ट्र शिक्षा विभाग पर बकाया ₹2 करोड़ का भुगतान किया जाए। करीब 3.5 घंटे लंबे इस घटनाक्रम को अंत तब हुआ जब पुलिस और कमांडो टीम बाथरूम की खिड़की से स्टूडियो में घुसे और आरोपी को गोली मार दी। पूरी खबर पढ़ें...

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