जिला प्रशासन की सख्ताई का असर 14 दिव्यांग अनाथ बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफैल होम संस्था में विधिवत् कराया दाखिल

उच्च अधिकारियों को बालिकाओं संग रेफल होम भेज विधिवत् सेटल कराया नये घर में Specially abled  बालिकाओं को संस्थाओं द्वारा एडमिशन न देने पर डीएम ने बिठाई थी उच्च स्तरीय… The post जिला प्रशासन की सख्ताई का असर 14 दिव्यांग अनाथ बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफैल होम संस्था में विधिवत् कराया दाखिल first appeared on .

Jun 17, 2025 - 18:07
 149  9.4k
जिला प्रशासन की सख्ताई का असर 14 दिव्यांग अनाथ बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफैल होम संस्था में विधिवत् कराया दाखिल
जिला प्रशासन की सख्ताई का असर 14 दिव्यांग अनाथ बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफैल

जिला प्रशासन की सख्ताई का असर 14 दिव्यांग अनाथ बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफैल होम संस्था में विधिवत् कराया दाखिल

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - avpganga

देहरादून, 16 जून, 2025 - जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की सख्ती का एक सकारात्मक असर देखने को मिला जब 14 दिव्यांग अनाथ बालिकाओं को बंद होने जा रही सत्य साईं आश्रम से राफेल होम संस्था में पुरे विधि-विधान के साथ दाखिल कराया गया। इस कदम से उन बच्चों को सुरक्षित आशियाना मिला है जो पहले से ही बेहद नाजुक परिस्थितियों में थे।

आश्रम का बंद होना और प्रशासन की कार्रवाई

सत्य साईं आश्रम, जो कि अपने निजी और आर्थिक कारणों के चलते बंद हो रहा है, उन विशेष रूप से सक्षम बालिकाओं को अपने में स्थान नहीं दे पा रहा था। बालिकाओं के उनके कल्याण के लिए उपायों में कमी को देखकर जिलाधिकारी सविन बंसल और उनकी टीम ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया।

मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिलाधिकारी ने तुरंत 14 अनाथ बालिकाओं के पुनर्वास की प्रक्रिया को प्रारंभ किया। उच्च अधिकारियों का सहयोग प्राप्त कर, प्रशासन ने बालिकाओं को राफेल होम संस्था में विधिवत् सेटल कराया। यह एक ऐतिहासिक कदम है जो अपने आप में बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए एक मिसाल पेश करता है।

विशेष रूप से सक्षम बालिकाओं के अधिकारों की सुरक्षा

जिलाधिकारी ने इस प्रक्रिया के दौरान स्पष्ट किया कि दिव्यांग असहाय अनाथ बच्चों के शोषण और अधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संस्थाएं जो विशेष रूप से सक्षम बालिकाओं के कल्याण के नाम पर भवनित होती हैं, उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।

डीएम ने भी यह चेतावनी दी कि यदि किसी संस्था ने पंजीकरण के समय आवश्यक दस्तावेजों को प्रस्तुत नहीं किया, तो उसके पंजीकरण को निरस्त किया जाएगा। ऐसी कठोर बयानों ने सभी संस्थाओं को यह याद दिलाया कि जिम्मेदारी और नैतिकता प्राथमिक होनी चाहिए।

नई शुरुआत के लिए शुभकामनाएं

बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष, श्रीमती नमिता मंमगाईं ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि जिलाधिकारी के प्रयास से जरूरतमंद बच्चों के जीवन को नई दिशा मिल रही है। उन्हें उम्मीद है कि राफेल होम प्रशासनिक सहयोग से इन बच्चों की शिक्षा और कल्याण में मदद करेगा।

इस सकारात्मक कदम के तहत, विशेष रूप से सक्षम बालिकाओं को अब राफेल होम में एक नया आशियाना मिला है जहां उनकी शिक्षा और भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिलाधिकारी ने इस प्रयास में अपनी कोर टीम के सदस्यों की मेहनत को भी सराहा।

आगे की राह और अपेक्षाएँ

जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि सभी संस्थाओं को न केवल पंजीकरण समय पर, बल्कि सभी आवश्यकताओं का पालन करते हुए रिकॉर्ड बनाए रखना चाहिए। इस दिशा में निश्चित रूप से प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा।

अंत में, यह घटना समाज में जागरूकता और प्रशासन की जिम्मेदारी को स्पष्ट करती है। यह कदम न केवल बालिकाओं के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि अन्य संस्थाओं के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें।

Keywords:

district administration, special needs girls, orphan girls, Sai Ashram, Rafale Home, D.M. Savin Bansal, child welfare, administrative action, disability rights, social responsibility

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow