Bank Strike : इस महीने 2 दिन रहेगी बैंकों की हड़ताल, बातचीत हुई फेल, UFBU ने रखी हैं ये मांगे
Bank Strike : यूएफबीयू ने परफॉर्मेंस रिव्यू और परफॉर्मेंस से जुड़े इंसेंटिव्स पर वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के हालिया निर्देशों को तत्काल वापस लेने की मांग की है, जो नौकरी की सुरक्षा को खतरा पहुंचाते हैं और कर्मचारियों के बीच विभाजन पैदा करते हैं।

Bank Strike : इस महीने 2 दिन रहेगी बैंकों की हड़ताल, बातचीत हुई फेल, UFBU ने रखी हैं ये मांगे
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लेखक: साक्षी शर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
बैंकिंग क्षेत्र से जुड़ी खबरें इस महीने के अंत में बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाली हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) द्वारा घोषित हड़ताल के कारण दो दिन तक बैंक सेवाएँ बाधित रहेंगी। यह फैसला तब लिया गया जब बातचीत के सभी प्रयास विफल हो गए। जानते हैं इस हड़ताल के पीछे की इसे महत्वपूर्ण बातें और बैंक कर्मचारियों की मांगे।
हड़ताल का कारण
बैंकों की हड़ताल अब कोई नई बात नहीं है। UFBU ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार और बैंकों से वार्ता की थी, लेकिन जब उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे ठोस कदम उठाने पर मजबूर हो गए। उनकी मांगों में सैलरी बढ़ोतरी, काम के घंटे का सही प्रबंधन और कार्यस्थल की सुरक्षा शामिल हैं।
बातचीत में नाकामी
हालिया बैठकों में, बैंक यूनियनों और प्रबंधन के बीच बातचीत में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। UFBU के प्रवक्ता ने कहा, "हम अपनी मांगों को लेकर बहुत गंभीर हैं, लेकिन हमें किसी भी तरह का सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसीलिए हमने हड़ताल का फैसला किया।" उन्होंने यह भी बताया कि इस हड़ताल का केवल बैंकिंग सेवाओं पर ही नहीं, बल्कि पूरे वित्तीय क्षेत्र पर प्रभाव पड़ सकता है।
हड़ताल के दिनों की जानकारी
बैंकों की यह हड़ताल इस महीने के 27 और 28 तारीख को होगी। इस दौरान एटीएम सेवाओं में भी बाधा आने की पूरी संभावना है। ग्राहकों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने आवश्यक कार्यों को पहले ही निपटा लें। साथ ही, बैंकिंग सेवाओं के ठप होने से वित्तीय लेनदेन भी प्रभावित हो सकता है।
UFBU की मांगें
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) ने अपनी मांगों को लेकर कई प्रमुख बिंदु रखे हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- बैंक कर्मचारियों की सैलरी में वृद्धि
- काम के घंटे का उचित प्रबंधन
- कार्यस्थल की सुरक्षा को सुनिश्चित करना
- नियुक्तियों में वृद्धि
निष्कर्ष
भारत के बैंकिंग सेक्टर में आ रही इस हड़ताल से ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इससे पहले कि यह संकट और गहरा हो, ग्राहकों को चाहिए कि वे अपनी बैंकिंग जरूरतों का ध्यान रखें और अपनी लेनदेन संबंधित कार्यों को समय पर पूरा करें। उम्मीद है कि बैंक प्रबंधन और यूनियनों के बीच बातचीत का एक सकारात्मक सकरात्मक नतीजा जल्द ही निकलेगा।
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