USA: 26/11 के आतंकी तहव्वुर राणा की आखिरी कोशिश भी नाकाम, भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील खारिज

26/11 आतंकी हमले के आरोपी आतंकी तहव्वुर राणा की आखिरी कोशिश भी नाकामो हो गई है। भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ उसकी अपील को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।

Mar 7, 2025 - 10:33
 146  86.6k
USA: 26/11 के आतंकी तहव्वुर राणा की आखिरी कोशिश भी नाकाम, भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील खारिज
USA: 26/11 के आतंकी तहव्वुर राणा की आखिरी कोशिश भी नाकाम, भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील खारिज

USA: 26/11 के आतंकी तहव्वुर राणा की आखिरी कोशिश भी नाकाम, भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील खारिज

AVP Ganga

लेखिका: स्वाति महाजन, टीम नेतनागरी

परिचय

26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा की भारत को प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया अब एक बार फिर मजबूत हो गई है। यूएस कोर्ट ने राणा की भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ की गई अपील को खारिज कर दिया है, जो स्थानीय सुरक्षा और न्याय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

टहव्वुर राणा का मामला

राणा, जो एक पाकिस्तानी-नागरिक है, पर आरोप है कि उसने मुंबई हमलों की योजना बनाने में सहायता की थी। वह वर्तमान में अमेरिका में बंद हैं और उन्होंने भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी थी। उनका तर्क था कि भारत में उन्हें निष्पक्ष सुनवाई नहीं मिलेगी।

कोर्ट का निर्णय

हाल ही में, एक अमेरिकी अदालत ने उनके दावों को सिरे से खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि राणा का प्रत्यर्पण भारतीय न्यायालयों में न्यायिक प्रक्रिया के समुचित तत्वों को पूरा करेगा। अदालत ने राणा के लिए यह भी कहा कि भारतीय सरकार ने उनके अधिकारों का सम्मान किया है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।

भारत की प्रतिक्रिया

इस फैसले का भारत में स्वागत किया गया है। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता है। भारत सरकार ने आशा व्यक्त की है कि राणा का प्रत्यर्पण जल्दी ही संभव होगा, ताकि उन्हें न्याय के हवाले किया जा सके।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

यह मामला न केवल कानून की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका समाज पर भी बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। आतंकी घटनाओं से प्रभावित हुए परिवारों को न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ी है। साथ ही, यह संदेश भी जाता है कि भारत और अमेरिका मिलकर मौजूदा आतंकवाद की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।

निष्कर्ष

टहव्वुर राणा की अर्जियों को खारिज करने के साथ ही यह सुनिश्चित हुआ है कि न्याय का मार्ग खुला है। भारत की सुरक्षा एजेंसियों को उम्मीद है कि राणा का प्रत्यर्पण जल्द होगा और वह भारतीय न्याय प्रणाली का सामना करेंगे। यह घटनाक्रम स्पष्ट रूप से आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कदम है।

अधिक जानकारी के लिए, कृपया avpganga.com पर जाएँ।

Keywords

USA, Terrorist, Tahawwur Rana, 26/11, Mumbai Attack, Extradition, Court Ruling, Indian Government, Justice, Terrorism

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow