क्या श्रीलंका ने कैंसिल कर दिया अडाणी ग्रुप का 484 मेगावॉट का विंड पावर प्रोजेक्ट, कंपनी ने खुद बताई सच्चाई
अडाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि मई 2024 में अप्रूव हुए टैरिफ का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए, 2 जनवरी को श्रीलंका के कैबिनेट का फैसला एक स्टैंडर्ड रीव्यू प्रोसेस का हिस्सा है, खासतौर पर एक नई सरकार के साथ, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि कंपनी की शर्तें उनकी मौजूदा प्राथमिकताओं और एनर्जी पॉलिसी से अलग न हों।

क्या श्रीलंका ने कैंसिल कर दिया अडाणी ग्रुप का 484 मेगावॉट का विंड पावर प्रोजेक्ट, कंपनी ने खुद बताई सच्चाई
लेखिका: नेहा शाह, नेत्री टीम नेटानगरी
AVP Ganga
परिचय
श्रीलंका में अडाणी ग्रुप का 484 मेगावॉट का विंड पावर प्रोजेक्ट पिछले कुछ समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि इस प्रोजेक्ट को कैंसिल कर दिया गया है। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने इस विषय पर स्पष्टता दी है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की सच्चाई।
क्या है मामला?
श्रीलंका में अडाणी ग्रुप ने विंड पावर प्रोजेक्ट के लिए एक ठेका लिया था, जिसका उद्देश्य सोशल पावर की कमी को पूरा करना था। लेकिन अचानक कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस प्रोजेक्ट को कैंसिल किए जाने की बातें सामने आई, जिसने निवेशकों और स्थानीय लोगों के बीच चिंता उत्पन्न कर दी।
कंपनी का बयान
इस मामले में अडाणी ग्रुप ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट अभी रद्द नहीं किया गया है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि हम श्रीलंका में अपनी योजनाओं को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और सभी जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा करने में लगे हुए हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोग इसे सरकार की अदूरदर्शिता मानते हैं, जबकि अन्य का कहना है कि यह एक होनहार प्रोजेक्ट है जो आर्थिक विकास में मददगार साबित होगा। श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री ने भी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट को लेकर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
अडाणी ग्रुप की योजनाएं
अडाणी ग्रुप ने कहा है कि वे श्रीलंका में न केवल इस प्रोजेक्ट के तहत विंड पावर स्थापित करेंगे, बल्कि वे भविष्य में सौर ऊर्जा जैसे विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स में भी निवेश करने की योजना बना रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जा सके और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दिया जा सके।
निष्कर्ष
अडाणी ग्रुप का 484 मेगावॉट का विंड पावर प्रोजेक्ट अभी भी सक्रिय है और इसके कैंसिलेशन की खबरें केवल अफवाह हैं। कंपनी ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है और आगे बढ़ने की योजना बनाई है। इस प्रोजेक्ट की सफलता न केवल अडाणी ग्रुप के लिए, बल्कि श्रीलंका के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में नई उम्मीदें जगती हैं। अच्छे भविष्य की उम्मीद के साथ, हमें इसी तरह के सकारात्मक विकास की आवश्यकता है।
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