“मेक इन इंडिया” को अब आगे बढ़ाकर ‘मेक एआई इन इंडिया’ बनाना होगा, संसद में बोले राघव चड्ढा
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्रांति का नेतृत्व करना चाहिए न कि उससे पीछे रहना चाहिए।

“मेक इन इंडिया” को अब आगे बढ़ाकर ‘मेक एआई इन इंडिया’ बनाना होगा, संसद में बोले राघव चड्ढा
AVP Ganga
द्वारा: सपना वर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
भारतीय संसद में हाल ही में ‘मेक इन इंडिया’ पहल पर चर्चा करते हुए, सांसद राघव चड्ढा ने एक नई दृष्टिकोण की बात की है। उनका कहना है कि हमें अब इस पहल को आगे बढ़ाकर ‘मेक एआई इन इंडिया’ बनाने की आवश्यकता है। यह सुझाव केवल तकनीकी क्षेत्र में नहीं, बल्कि देश के समग्र विकास के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
‘मेक इन इंडिया’ का उदय
‘मेक इन इंडिया’ योजना का उद्देश्य भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना है। इस योजना के तहत, भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देना और विदेशी निवेश को आकर्षित करना मुख्य लक्ष्य रहा है। राघव चड्ढा ने इस पहल के फायदों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाएगा, बल्कि भारतीय उद्योग को भी नई गति देगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व
राघव चड्ढा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर जोर देते हुए कहा कि यह तकनीक हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर रही है। स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर कृषि, परिवहन और उद्योग तक, AI का उपयोग नए अवसरों के साथ-साथ चुनौतियां भी पेश करता है। सांसद ने सुझाव दिया कि अगर हम AI के क्षेत्र में सही दिशा में कदम बढ़ाएं, तो भारत तकनीकी विकास के क्षेत्र में एक नई ऊँचाई पर पहुंच सकता है।
सरकारी समर्थन की आवश्यकता
राघव चड्ढा ने कहा कि ‘मेक एआई इन इंडिया’ के सफल कार्यान्वयन के लिए सरकारी नीतियों और सहयोग की आवश्यकता है। सरकार को चाहिए कि वह AI आधारित अनुसंधान और विकास में ज्यादा निवेश करे। साथ ही, युवा प्रतिभाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी लागू करना महत्वपूर्ण होगा।
उद्वेष्य की प्रगति
राघव चड्ढा का मानना है कि अगर हम ‘मेक एआई इन इंडिया’ को सफल बना सके, तो यह भारत को दुनिया के सबसे बड़े तकनीकी केंद्रों में एक बना देगा। इसलिए, इस दिशा में सही कदम उठाना आवश्यक है। AI क्षेत्र में कौशल विकास से न केवल रोजगार के नए अवसर बनेगे, बल्कि भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी।
निष्कर्ष
उपरोक्त विचारों को ध्यान में रखते हुए, ‘मेक एआई इन इंडिया’ का विचार न केवल तकनीकी विकास में मददगार है, बल्कि यह मानव संसाधनों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैसा कि राघव चड्ढा ने संसद में कहा, यह समय है कि हम अपने सोचने के तरीके को बदलें और तकनीकी मुकाबले में आगे बढ़ें।
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