'शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं', रूस-यूक्रेन युद्ध पर 3 साल बाद शशि थरूर को हुआ गलती का एहसास; मोदी सरकार की तारीफ की
रूस ने जब फरवरी, 2022 में यूक्रेन पर हमला किया था तो कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भारत के रुख की आलोचना की थी और मॉस्को के इस कदम की आक्रामकता की निंदा करने का आह्वान किया था।

शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं', रूस-यूक्रेन युद्ध पर 3 साल बाद शशि थरूर को हुआ गलती का एहसास; मोदी सरकार की तारीफ की
AVP Ganga
लेखिका: प्रियंका शुक्ला, टीम नेटानागरी
परिचय
भारत के कांग्रेस नेता शशि थरूर ने हाल ही में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने तीन साल बाद यह स्वीकार किया है कि उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ गलतियां की हैं। साथ ही, उन्होंने मोदी सरकार की कई नीतियों की सराहना भी की। इस लेख में हम शशि थरूर के बयानों का विस्तृत विश्लेषण करेंगे और जानते हैं कि यह उनके समर्थकों और राजनीतिक परिदृश्य पर कैसे प्रभाव डाल सकता है।
शशि थरूर का बयान
शशि थरूर, जो अक्सर अपने विचारों के लिए जाने जाते हैं, ने एक सभा में कहा, "मैं शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं कि मैंने रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे में जो नजरिया पेश किया था, वह सही नहीं था।" यह स्वीकार करना एक बड़ा कदम है, क्योंकि राजनीतिक मोर्चे पर अपनी बात को गलत ठहराना साहसी कदम होता है। थरूर ने आगे कहा कि राजनीति में समय के साथ बदलते विचार और दृष्टिकोण होते हैं।
मोदी सरकार की तारीफ
अपने बयान में थरूर ने मोदी सरकार की कुछ नीतियों की सराहना की। उन्होंने कहा, "कभी-कभी हमें यह भी देखना चाहिए कि सरकार ने कौन सी अच्छी चीजें की हैं।" यह अनपेक्षित पत्रिका है क्योंकि कांग्रेस नेता आमतौर पर मोदी सरकार के खिलाफ ओपनिंग करते हैं। थरूर ने विशेष रूप से विदेश नीति में मोदी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि भारत ने वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रूस-यूक्रेन युद्ध का संदर्भ
रूस-यूक्रेन युद्ध, जो 2022 में शुरू हुआ था, ने वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव डाला है। इस संघर्ष ने कई देश विशेष रूप से पश्चिमी देशों के साथ साथ भारत के लिए भी चुनौतियां प्रस्तुत की हैं। थरूर का यह बिंदु महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत की स्थिति हमेशा तटस्थ रही है।
आगे का रास्ता
थरूर ने यह भी कहा कि राजनीतिक संवाद ही सबसे सही रास्ता है। वे चाहते हैं कि नेतागण मिलकर काम करें ताकि वैश्विक शांति सुनिश्चित की जा सके। क्या मोदी सरकार इस दिशा में आगे बढ़ेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
निष्कर्ष
शशि थरूर का यह बयान न केवल उनके राजनीतिक भविष्य को प्रभावित करेगा, बल्कि आगे के राजनीतिक विमर्श में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इन बयानों के माध्यम से उन्होंने स्पष्ट किया है कि एक लोकतांत्रिक समाज में अपने विचारों को बदलने का साहस रखना जरूरी है।
जब हम नई राजनीतिक जमीन पर खड़े होते हैं, तो हमें अपने पूर्वाग्रहों को छोड़ने की आवश्यकता होती है। थरूर का यह बयान इस दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
और अधिक अपडेट के लिए, कृपया avpganga.com पर जाएं।
Keywords
Shashi Tharoor, Russia-Ukraine War, Modi Government Praise, Political Dialogue, Indian Politics, Global Peace, Congress Leader, Foreign Policy, Political AnalysisWhat's Your Reaction?






