मनोज कुमार पंचतत्व में विलीन, बेटे कुणाल ने दी मुखाग्नि, राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं। दिग्गज अभिनेता के बेटे कुणाल गोस्वामी ने उन्हें मुखाग्नि दी। लंबे समय से बीमार चल रहे मनोज कुमार ने शुक्रवार सुबह अंतिम सांस ली, जिसके बाद आज उनका अंतिम संस्कार किया गया।

Apr 5, 2025 - 13:33
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मनोज कुमार पंचतत्व में विलीन, बेटे कुणाल ने दी मुखाग्नि, राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई
मनोज कुमार पंचतत्व में विलीन, बेटे कुणाल ने दी मुखाग्नि, राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई

मनोज कुमार पंचतत्व में विलीन, बेटे कुणाल ने दी मुखाग्नि, राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई

AVP Ganga

मनोज कुमार, भारतीय सिनेमा के एक प्रसिद्ध अभिनेता, हाल ही में पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके निधन से न केवल उनके परिवार पर बल्कि समस्त सिनेमा जगत पर एक गहरा शोक छा गया। अभिनेता के बेटे कुणाल ने अपने पिता को अंतिम विदाई देते हुए उन्हें राजकीय सम्मान प्रदान किया।

प्रारंभिक परिचय

मनोज कुमार का जीवन भारतीय फिल्म उद्योग में एक प्रेरणादायक कहानी थी। उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण फिल्में दीं, जो आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं। उनके निधन से लगभग सभी क्षेत्रों में गहरा दुख छाया हुआ है।

आखिरी विदाई का दृश्य

मनोज कुमार की अंतिम यात्रा की शुरुआत उनके निवास स्थान से हुई, जहां उनके करीबी रिश्तेदार और फैंस एकत्रित हुए थे। बेटे कुणाल ने अपने पिता की शोक में मुखाग्नि दी, जिससे वहां उपस्थित सभी लोग भावुक हो उठे। आयोजित समारोह में सिनेमा जगत के कई बड़े नाम शामिल हुए, जिसने उनकी सराहना और योगदान को याद किया।

राजकीय सम्मान की प्रक्रिया

मनोज कुमार को अंतिम श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें पूर्ण राजकीय सम्मान मिला। शोक समारोह में तिरंगा झंडा उन्हें ढंकने के लिए प्रयोग किया गया, तथा अंत में शोकगीत गाया गया। यह दृश्य सभी के लिए अत्यंत भावुक था। उनके योगदान को सराहा गया और उन्हें पूरे सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन किया गया।

मनोज कुमार का सिनेमाई सफर

मनोज कुमार ने अपने समय में ऐसे किरदार निभाए, जो समाज में जागरूकता लाने का कार्य करते थे। उनके द्वारा अभिनीत फिल्में जैसे 'पूरब और पश्चिम', 'शहीद', 'रोटी कपड़ा और मकान' आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं। उनके अभिनय ने न केवल उन्हें बल्कि उनके सामाजिक संदेश को भी मजबूत किया।

निष्कर्ष

मनोज कुमार का जाना भारतीय सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। अभिनय के माध्यम से समाज को जागरूक करने वाले इस अभिनेता को अंतिम विदाई देते समय सभी की आँखें नम थीं। उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति हमारी संवेदनाएँ।

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