थराली में आपदा का तीसरा दिन…. एसडीआरएफ, डीडीआरएफ का रेस्क्यू अभियान जारी
थराली : थराली के चेपड़ों बाजार में तीसरे दिन सोमवार को रेसक्यू कार्य शुरू हुआ। एसडीआरएफ, डीडीआरएफ रेसक्यू अभियान में लगी है। शुक्रवार की रात भारी बारिश और गदेरे के आए उफान से भारी नुकसान हुआ। गदेरे के सैलाब में 11 लोग घायल हो गए थे। जबकि एक बुजुर्ग लापता हैं। लापता बुजुर्ग को खोजने […] The post थराली में आपदा का तीसरा दिन…. एसडीआरएफ, डीडीआरएफ का रेस्क्यू अभियान जारी appeared first on Dainik Uttarakhand.

थराली में आपदा का तीसरा दिन…. एसडीआरएफ, डीडीआरएफ का रेस्क्यू अभियान जारी
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - avpganga
थराली : थराली के चेपड़ों बाजार में तीसरे दिन सोमवार को रेसक्यू कार्य जारी है। जैसे ही भारी बारिश और गदेरे के उफान ने तबाही मचाई, एसडीआरएफ एवं डीडीआरएफ बचाव अभियान में जुट गए। शुक्रवार रात को आई भारी बारिश ने क्षेत्र में गंभीर नुकसान पहुंचाया, जिसमें 11 लोग घायल हुए और एक बुजुर्ग व्यक्ति लापता है। स्थानीय प्रशासन की पूरी कोशिश है कि लापता बुजुर्ग को जल्दी ही खोजा जाए।
आपदा प्रभावितों की स्थिति
आपदा के इस गंभीर हालात में, राजकीय पॉलिटेक्निक कुलसारी में स्थापित आपदा राहत शिविर में प्रभावित परिवारों के लोग रह रहे हैं। शिविर में स्थित दलीप राम, आरती और सावित्री देवी ने बताया कि वे अपने पूरे परिवार के साथ सुरक्षित हैं, लेकिन उनके घर की सारी सामग्री और धरोहर मलबे में दब गई है। फिलहाल, राहत कार्य जारी है और लगभग 29 लोग कुलसारी राहत केंद्र में निवास कर रहे हैं।
राहत शिविर में बेसहारा परिवारों को भोजन, चिकित्सा, पेयजल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। थराली के कोटडीप और राड़ीबगड़ इलाकों में भारी बारिश ने ऐसे कहर बरपाया कि आम जन की जीवन रेखा के सभी प्रमुख साधन अस्तित्व में नहीं रहे।
सीएम का दौरा
रविवार दोपहर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कुलसारी हेलिपैड पहुंचे और प्रभावितों से मिलने के लिए राहत केंद्र पहुंचे। उन्होंने इस स्थिति के बारे में जानकारी ली और लोगों की समस्याओं को सुनने का प्रयास किया। इस दौरान आपदा में मृत कविता के पिता नरेंद्र सिंह ने अपनी व्यथा सुनाते हुए मुख्यमंत्री के सामने आंसू बहाए। यह दृश्य काफी परेशान करने वाला था।
आगे की चुनौतियां
आपदा के बाद, प्रभावित परिवारों को जल्द ही पुनर्वास की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित किया जाना बहुत जरूरी है कि स्थानीय प्रशासन सभी प्रभावितों को आवश्यक सहायता पहुंचाए। इसमें वित्तीय मदद, घरों के पुनर्निर्माण, और दीर्घकालिक चिकित्सा देखभाल शामिल है। इन प्रभावित क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता और तैयारी भी महत्वपूर्ण है जिससे भविष्य में अधिक विनाशकारी घटनाओं से निपटने के लिए अच्छे उपाय किए जा सकें।
अंततः, थराली में यह आपदा सिर्फ एक त्रासदी नहीं है, बल्कि ये हम सबको यह सिखाती है कि हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों को सही तरीके से संभालने की जरूरत है। हमें मिलकर इस कठिन समय में एक-दूसरे का सहारा बनना होगा।
अधिक जानकारी और अपडेट्स के लिए, कृपया हमारे आधिकारिक साइट पर जाएं: avpganga.com
Keywords:
disaster in Tharali, SDRF rescue operation, DDRF rescue campaign, Uttarakhand news, flood relief camp, Tharali rescue news, emergency response in Tharali, relief assistance in Tharali, natural calamities in India, CM Pushkar Singh Dhami Tharali visitWhat's Your Reaction?






