थराली में आपदा पर केंद्र-राज्य मिलकर करेंगे काम, 1150 करोड़ के नुकसान का आकलन

उत्तराखंड के थराली क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए भारत सरकार की अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम ने सोमवार को हवाई और स्थलीय सर्वेक्षण किया। इस दल का नेतृत्व निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह ने किया, जिसमें अनु सचिव शेर बहादुर, अधीक्षण अभियंता सुधीर कुमार सहित विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

Sep 9, 2025 - 09:33
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थराली में आपदा पर केंद्र-राज्य मिलकर करेंगे काम, 1150 करोड़ के नुकसान का आकलन
थराली में आपदा पर केंद्र-राज्य मिलकर करेंगे काम, 1150 करोड़ के नुकसान का आकलन

थराली में आपदा पर केंद्र-राज्य मिलकर करेंगे काम, 1150 करोड़ के नुकसान का आकलन

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उत्तराखंड के थराली क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए भारत सरकार की अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम ने सोमवार को हवाई और स्थलीय सर्वेक्षण किया। इस दल का नेतृत्व निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह ने किया, जिसमें अनु सचिव शेर बहादुर, अधीक्षण अभियंता सुधीर कुमार सहित विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

आपदा का कारण और प्रभाव

थराली क्षेत्र में आई इस आपदा के कारण भारी नुकसान हुआ है, जिसका आकलन लगभग 1150 करोड़ रुपये करने का अनुमान लगाया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह आपदा भूस्खलन, बादल फटने और लगातार बारिश के कारण हुई है। इस क्षेत्र की भूगोलिक संरचना भी आपदा के प्रभाव को बढ़ाने में योगदान कर रही है।

केंद्र-राज्य की संयुक्त पहल

केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए कार्य योजना तैयार कर रही हैं। केंद्रीय दल ने सर्वेक्षण के बाद तुरंत एक रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपने का निर्णय लिया है। इसमें प्रभावितों की सहायता के लिए आवश्यक कदम उठाने की सिफारिश की जाएगी।

प्रभावित परिवारों की स्थिति

आपदा के कारण प्रभावित हुए परिवारों की स्थिति बहुत ही दुखद है। स्थानांतरण के कारण कई परिवार बेघर हो गए हैं और उनके पास जरूरत की चीजें भी नहीं हैं। स्थानीय प्रशासन ने राहत सामग्री वितरण प्रारंभ कर दिया है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। स्थानीय गैर-सरकारी संगठनों द्वारा मदद का प्रयास किया जा रहा है।

विशेषज्ञ टिप्पणियां और भविष्य की योजना

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समय में, दीर्घकालिक समाधान की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन और अव्यवस्थित शहरीकरण जैसी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आपको सतत विकास के लिए नई योजनाएं बनानी होंगी। इस समस्या से निपटने के लिए सभी धाराओं में समर्पित प्रयासों की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

थराली क्षेत्र में आई आपदा ने सभी को एकजुट होने का अवसर दिया है। केंद्र और राज्य की समन्वित प्रयासों से ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। नागरिकों का सहयोग और सरकारी कदम मिलकर इस स्थिति में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

हम सभी को इस स्थिति पर नजर रखने की आवश्यकता है, ताकि हम आगे इस तरह की आपदाओं से निपट सकें। वर्तमान में, स्थानीय संगठनों के काम को भी सराहा जाना चाहिए, जो लोगों की मदद कर रहे हैं। ऐसे समय में एकजुटता की आवश्यकता है।

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