मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपदाग्रस्त अंतिम गांव बटोली दौरे पर प्रथम पंक्ति में पहुचें डीएम
कई किमी भीषण पगडंडी नाप डीएम पंहुचे बटोली के अंतिम महिला, बजुर्गों तक; हुए रूबरू स्थानिकों से; आप ग्रामवासियों को कहीं जाने की नही है आवश्यकता; प्रशासन हरदम खड़ा… The post मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपदाग्रस्त अंतिम गांव बटोली दौरे पर प्रथम पंक्ति में पहुचें डीएम first appeared on .

मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपदाग्रस्त अंतिम गांव बटोली दौरे पर प्रथम पंक्ति में पहुचें डीएम
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - avpganga
देहरादून, 10 जुलाई 2025 - मुख्यमंत्री के निर्देश पर, आपदाग्रस्त गांव बटोली में कमिश्नर सविन बसंल ने बुधवार को दौरा किया। उन्होंने स्थानीय निवासियों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इस दौरे के दौरान, डीएम ने नेतृत्व करते हुए कई किलोमीटर की कठिन पगडंडी पार की, जिससे वह बटोली में पहुँच सके।
आपदा प्रबंधन के तहत तत्काल प्राथमिकता
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि आपदा प्रबंधन की जिम्मेदारी प्रशासन की है, और मुसीबत के समय में उनकी प्राथमिकता तात्कालिक कार्यों को संपादित करना है। उन्होंने ग्रामवासियों को आश्वस्त किया कि उन्हें कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है, प्रशासन हमेशा उनके साथ है। उनके इस आश्वासन ने स्थानीय लोगों में सुरक्षा का अहसास पैदा किया।
संवेदनशीलता के साथ किया शिकायतों का निराकरण
बोटोली गांव में लोगों की कठिनाइयों को पहचानते हुए, डीएम ने स्थानीय महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं का समाधान भी किया। प्रशासन ने अतिवृष्टि के कारण रास्ते की बदहाली को रात्रि में दुरुस्त करने के लिए मैनपावर और मशीनरी तैनात की। इस प्रयास ने अधिकारियों को गाँव तक सुरक्षित पहुँचाने में मदद की।
आर्थिक मदद और स्वास्थ्य सेवाएं
डीएम ने घोषणा की कि सभी प्रभावित परिवारों के लिए किराए की सहायता के लिए 3.84 लाख रुपये का चेक मौके पर प्रदान किया गया। प्रत्येक परिवार को प्रति माह 4,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही, गर्भवती माताओं और बच्चों की स्वास्थ्य सेवाओं को नियमित करने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा जरूरतमंद क्षेत्रों में दौरा किया जाएगा।
नए आरंभिक चरण और स्थायी कदम
डीएम ने बताया कि गांव में 15 दिन में अस्थायी हेलीपेड का निर्माण किया जाएगा ताकि आपातकालीन सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सकें। इसके अलावा, स्थानीय मार्गों को बेहतर बनाने के लिए लोनिवि को सर्वेक्षण के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने झुला पुल के लिए स्थायी इंतजाम की तैयारी भी शुरू कर दी है।
समाज की सहभागिता
स्थानीय निवासियों से समर्थन लेने के लिए डीएम ने उनसे अपील की कि वे अपने बच्चों को स्कूलों के पास किराये पर मकान लेकर पढ़ाई कराएं। ऐसी सभी योजनाएं ग्रामीणों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं, जिससे उन्हें राहत मिले।
इस दौरे द्वारा, ज़िला प्रशासन ने यह साबित कर दिया कि वह लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित कार्यवाही करने के लिए प्रतिबद्ध है।
टीम avpganga
Keywords:
disaster management, Uttarakhand news, emergency response, local administration, village support, rural health servicesWhat's Your Reaction?






