कटक में दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंसा, 2 गुट भिड़े:गाड़ियां जलाईं, दुकानों में तोड़फोड़; इंटरनेट डाउन, VHP ने आज बंद बुलाया
ओडिशा के कटक में रविवार को दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुई हिंसक झड़पों के बाद हालात तनावपूर्ण बने हैं। प्रशासन ने पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी है। इंटरनेट सर्विस भी बंद हैं। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी है। अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पूजा समितियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सोमवार को सुबह से शाम तक 12 घंटे का बंद बुलाया है। VHP के प्रवक्ता ने कहा- प्रशासन बार-बार अनुरोध के बावजूद शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित नहीं करा पाया। हिंसा और विरोध-प्रदर्शन की 4 फोटोज अब समझिए विवाद कैसे हुआ... दरअसल, कटक के दरागाबाजार इलाके से विसर्जन शोभायात्रा देबीगारा की ओर कथाजोड़ी नदी के तट तक जा रही थी। इसी बीच रात के करीब 1:30 बजे से 2 बजे के बीच हाती पोखरी इलाके में हिंसा हुई। पुलिस के अनुसार, झगड़ा तब शुरू हुआ जब कुछ स्थानीय लोगों ने जुलूस में बज रहे तेज आवाज वाले संगीत का विरोध किया। थोड़ी ही देर में विवाद बढ़ गया। छतों से पत्थर और बोतलें फेंकी जाने लगीं, जिससे कई लोग घायल हुए। घायलों में डीसीपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव भी शामिल हैं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। कई गाड़ियां और दुकानें तोड़ दी गईं। लगभग तीन घंटे तक विसर्जन रुका रहा। बाद में कड़ी सुरक्षा में विसर्जन दोबारा शुरू हुआ और सुबह 9:30 बजे तक सभी मूर्तियों का विसर्जन पूरा कर लिया गया। दंगाइयों ने 10 जगह आग लगाई असिस्टेंट फायर ऑफिसर संजीब कुमार बेहेरा ने कहा कि दंगाइयों ने गौरीशंकर पार्क के पास कई जगहों पर आग लगाई। हमें 8-10 जगहों पर आग लगने की सूचना मिली थी। आग बुझा दी, लेकिन भीड़ हम पर भी पत्थर फेंक रही थी। पुलिस मौके पर हालात संभाल रही है। साथ ही बताया कि शहर के प्रमुख इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सीनियर पुलिस ऑफिसर हालात पर नजर रख रहे हैं ताकि आगे कोई हिंसा न हो। CM बोले- दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी: असामाजिक तत्वों पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। घायलों को मुफ्त इलाज किया जाएगा। बीजू जनता दल (BJD) सांसद सुलता देव: कटक भाईचारे का शहर है। जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई हमेशा से मिलकर रहते आए हैं। जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सरकार न तो कानून-व्यवस्था संभाल सकती है और न ही महिलाओं की सुरक्षा कर सकती है। भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से अपराध दर में वृद्धि हुई है।

कटक में दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंसा, 2 गुट भिड़े
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ओडिशा के कटक में रविवार को दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुई हिंसक झड़पों के बाद हालात तनावपूर्ण बने हैं। प्रशासन ने पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी है। इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पूजा समितियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सोमवार को सुबह से शाम तक 12 घंटे का बंद बुलाया है। VHP के प्रवक्ता ने कहा कि प्रशासन बार-बार अनुरोध के बावजूद शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित नहीं करा पाया। यह घटना न केवल कटक के लिए, बल्कि पूरे ओडिशा राज्य के लिए चिंता का विषय बन गई है।
विसर्जन शोभायात्रा में हुआ विवाद
दरअसल, कटक के दरागाबाजार इलाके से विसर्जन शोभायात्रा देबीगारा की ओर कथाजोड़ी नदी के तट तक जा रही थी। इसी बीच रात के करीब 1:30 बजे से 2 बजे के बीच हाती पोखरी इलाके में हिंसा हुई। पुलिस के अनुसार, झगड़ा तब शुरू हुआ जब कुछ स्थानीय लोगों ने जुलूस में बज रहे तेज आवाज वाले संगीत का विरोध किया। ताज्जुब नहीं कि इस विवाद के बाद भीड़ में उत्तेजना फैल गई और कुछ ही मिनटों में हिंसा भड़क उठी।
पुलिस की कार्रवाई
विसर्जन के दौरान घुसपैठ की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस झड़प में डीसीपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव भी घायल हुए। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की गई। कई गाड़ियां और दुकानों में तोड़फोड़ की गई, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। आग लगाने की घटनाएं भी हुईं, जिनमें असिस्टेंट फायर ऑफिसर संजीब कुमार बेहेरा ने पुष्टि की कि दंगाइयों ने गौरीशंकर पार्क के पास कई जगहों पर आग लगाई।
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया है। वहीं, बीजू जनता दल (BJD) सांसद सुलता देव ने कटक को भाईचारे का शहर बताया, जहाँ हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई हमेशा मिलकर रहते आए हैं। उन्होंने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाला बताया।
क्या हैं आगे के कदम?
अब स्थिति को नियंत्रण में लाने और आगे की किसी भी हिंसा को रोकने के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। पुलिस बल की तैनाती को बढ़ा दिया गया है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की नजर अगले कुछ दिनों तक शहर की गतिविधियों पर बनी रहेगी। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहर के प्रमुख इलाकों में अतिरिक्त पुलिस तैनात की गई है।
कटक की यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि देशभर में सांप्रदायिक सौहार्द के लिए एक चुनौती पेश करती है। इसमें नए सिरे से विचार-विमर्श और समुदाय के बीच संवाद की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों।
अंत में, हम सभी से निवेदन करते हैं कि वे स्थिति को गंभीरता से लें और शांति बनाए रखें। आगे की जानकारी के लिए, कृपया हमारे वेबसाइट पर बने रहें।
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