पौड़ी जितेंद्र आत्महत्या मामला: हिमांशु चमोली समेत पांचों आरोपियों को मिली जमानत
पौड़ी गढ़वाल: जिले के तलसारी गांव निवासी जितेंद्र कुमार की आत्महत्या के मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को अहम फैसला सुनाते हुए सभी पांचों आरोपियों को जमानत दे दी है. अदालत ने कहा कि फिलहाल उपलब्ध साक्ष्य आरोपियों की संलिप्तता को प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं. इससे पहले मुख्य न्यायिक […] The post पौड़ी जितेंद्र आत्महत्या मामला: हिमांशु चमोली समेत पांचों आरोपियों को मिली जमानत appeared first on Dainik Uttarakhand.

पौड़ी जितेंद्र आत्महत्या मामला: हिमांशु चमोली समेत पांचों आरोपियों को मिली जमानत
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पौड़ी गढ़वाल: जिले के तलसारी गांव निवासी जितेंद्र कुमार की आत्महत्या के मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को अहम फैसला सुनाते हुए सभी पांचों आरोपियों को जमानत दे दी है। यह फैसला उस समय आया जब अदालत ने यह कहा कि फिलहाल उपलब्ध साक्ष्य आरोपियों की संलिप्तता को प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। जबकि इससे पहले मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी।
जितेंद्र कुमार का मामला
तलसारी गांव निवासी जितेंद्र कुमार ने बीती 21 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में उनके परिजनों ने पांच युवकों पर मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। मामले की जांच शुरू करने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी हिमांशु चमोली समेत शुभम खंडूड़ी, गौरव कांबोज, विकास शाह और अभिषेक गैरोला को आरोपी बनाया। घटना ने इलाके में ही नहीं, पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना रहा।
अदालत में हुई सुनवाई
बीते गुरुवार को उचार आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई, जबकि शुक्रवार को मुख्य आरोपी हिमांशु चमोली की जमानत अर्जी पर जिला एवं सत्र न्यायालय में बहस चली। बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने अदालत में दलील पेश की कि आरोपियों के खिलाफ आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा आरोपियों पर लगाए गए एससी-एसटी एक्ट की धाराएं भी पर्याप्त साक्ष्य के बिना थीं।
न्यायालय का निर्णय
जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद साक्ष्यों के अभाव के आधार पर सभी आरोपियों को जमानत दी। जमानत मिलने के बाद, मुख्य आरोपी हिमांशु चमोली समेत चार अन्य आरोपी शुभम खंडूड़ी, गौरव कांबोज, विकास शाह और अभिषेक गैरोला जेल से रिहा हो जाएंगे। यह निर्णय पूरे प्रकरण को एक नया मोड़ देने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
पारिवारिक दबाव और पीछे की कहानी
जितेंद्र कुमार (32 वर्ष) ने आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया था, जिसमें उन्होंने अपने आत्महत्या करने के पीछे के कारणों को स्पष्ट करते हुए गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने बताया कि हिमांशु चमोली ने उनसे ज़मीन की खरीद-फरोख्त के नाम पर 35 लाख रुपये लिए, लेकिन सौदा तय अनुसार नहीं किया गया। जितेंद्र ने यह भी कहा कि उसके मानसिक उत्पीड़न से वह तनाव में थे और इस परिस्थिति में आत्महत्या करने को मजबूर हो गए।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की सुनवाई
जितेंद्र के आत्महत्या के बाद, पौड़ी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और जांच शुरू कर दी। लगभग एक माह तक चली कानूनी प्रक्रिया के बाद न्यायालय ने शुक्रवार को सभी आरोपियों को जमानत दे दी। अब इस मामले में आगे की सुनवाई और पुलिस की विवेचना पर सारी नज़रें टिकी हुई हैं।
इस मामले ने स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी है, और सभी की निगाहें आगे की कार्रवाई पर रहेंगी। क्या यह मामला न्याय की ओर बढ़ेगा? यह देखना होगा।
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