मलबे में दफन बाजार, पलभर में उजड़ गए थराली में घर…फिर बरपा उत्तराखंड में प्रकृति का कहर

थराली /चमोली : उत्तराखंड में भी बारिश अपना कहर बरपा रही है। उत्तरकाशी थराली आपदा से प्रदेश उभर भी नहीं पाया कि चमोली में बादल फटने की घटना सामने आ गई। पूरा बाजार और लोगों के घर मलबे से पटे हैं। दो लोगों के लापता होने की खबर हैं। हादसे के बाद जो तस्वीरे सामने […] The post मलबे में दफन बाजार, पलभर में उजड़ गए थराली में घर…फिर बरपा उत्तराखंड में प्रकृति का कहर appeared first on Dainik Uttarakhand.

Aug 24, 2025 - 09:33
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मलबे में दफन बाजार, पलभर में उजड़ गए थराली में घर…फिर बरपा उत्तराखंड में प्रकृति का कहर
मलबे में दफन बाजार, पलभर में उजड़ गए थराली में घर…फिर बरपा उत्तराखंड में प्रकृति का कहर

मलबे में दफन बाजार, पलभर में उजड़ गए थराली में घर…फिर बरपा उत्तराखंड में प्रकृति का कहर

थराली /चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में प्रकृति ने एक बार फिर मानवता पर कहर बरपाया है। बीती रात हुई भारी बारिश के कारण थराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना ने पूरे बाजार और अनेक घरों को मलबे में दफन कर दिया। इस आपदा में अब तक दो लोगों के लापता होने की खबर है। यह क्षेत्र हाल ही में इसी प्रकार की आपदा से उबरने की कोशिश कर रहा था कि एक और भयंकर दुर्घटना ने सबकुछ बिखेर दिया।

बढ़ते जल स्तर से मच हड़कंप

बीती रात, तहसील थराली के अंतर्गत टुनरी गदेरे में जल स्तर अचानक बढ़ गया और इसने तहसील परिसर, चेपड़ो और कोटदीप बाजार के इलाकों सहित कई घरों में 1 से 2 फीट मलबा घुसा दिया। साथ ही, कई वाहन भी मलबे में दब गए। रा.उ.नि. थराली ने जानकारी दी कि ग्राम संगवाड़ा में मलबे के कारण एक लड़की दब गई, जिसका शव बाद में डीडीआरएफ थराली के जवानों द्वारा निकाला गया। इसके अलावा, ग्राम चेपड़ो से एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है, जिसकी खोजबीन प्रशासन द्वारा जारी है।

स्थानीय प्रशासन की तत्परता

राड़ीबगड़ में भी स्थिति गंभीर रही, जहां एक गदेरा अचानक उफान पर आ गया और एसडीएम का आवास मलबे में दब गया। इस खतरनाक स्थिति के बीच, एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों ने अपनी जान जोखिम में न डालते हुए रात में ही अपने आवास खाली कर सुरक्षित स्थान पर शरण ली। यह एक स्पष्ट उदाहरण है कि किस प्रकार प्राकृतिक आपदाएं मानव जीवन को प्रभावित करती हैं।

लोगों का नुकसान और मदद का प्रयास

मौके का दृश्य अत्यंत दर्दनाक है। स्थानीय लोगों की रोज़गार के साधन और जीवनभर की पूंजी नष्ट हो गई हैं। जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति की निगरानी की है तथा स्थानीय लोगों से प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल की टीमें राहत कार्यों में लगी हुई हैं।

सुरक्षित रहने की अपील

ध्यान रहे कि भारी बारिश को देखते हुए थराली, देवाल और नारायणबगड़ विकासखंड के सभी विद्यालयों में आज अवकाश घोषित किया गया है। जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।

आपदा ने लोगों को उनके जीवन से जुड़ी वस्तुओं और संसाधनों से वंचित कर दिया है। ऐसे में, राज्य सरकार को राहत और पुनर्वास कार्यों को तेज़ी से आगे बढ़ाना चाहिए ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके।

थराली में आई आपदा ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रकृति को अनदेखा करना कितनी बड़ी भूल हो सकती है। अब हम सभी को मिलकर इस स्थिति का सामना करने की आवश्यकता है। अधिक अपडेट के लिए, विजिट करें avpganga.

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