शिक्षा ही है भविष्य; हर बेटी को शिक्षा सुरक्षा लिए जिला प्रशासन संकल्पबद्ध: डीएम
बिन मां की 04 निर्धन बेटियां; जो आज तक नही गई स्कूल; विकट जीवन संघर्ष; सौम्य, संवेदनशील जिला प्रशासन बीते दिवस डीएम से मिली थी बालिकाएं; ऑन द स्पाॅट… The post शिक्षा ही है भविष्य; हर बेटी को शिक्षा सुरक्षा लिए जिला प्रशासन संकल्पबद्ध: डीएम first appeared on .

शिक्षा ही है भविष्य; हर बेटी को शिक्षा सुरक्षा लिए जिला प्रशासन संकल्पबद्ध: डीएम
अब समय आ गया है कि समाज में बदलाव लाने की जरूरत है। जिला प्रशासन ने बेटियों की शिक्षा को सुरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जिलाधिकारी (डीएम) ने न केवल विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने का संकल्प लिया है, बल्कि उनकी शिक्षा को प्राथमिकता देने का भी आश्वासन दिया है। इस मौके पर, उन्होंने चार निर्धन बेटियों के लिए शिक्षा के द्वार खोलने का वादा किया है, जो अब तक स्कूल नहीं जा पाई थीं।
बच्चियों की विकट स्थिति
हाल ही में, चार बहनें जिन्हें अपने माता-पिता की परवाह नहीं थी, जिला कार्यालय पहुंचीं। इन बहनों की मां की डूबने से मृत्यु हो गई है, और उनके पिता किसी स्थायी श्रम में नहीं लगे हैं। इन बच्चों की जिम्मेदारी अब बड़ी बहन सरिता पर आ गई है। सरिता ने डीएम से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई, ताकि उसकी बहनों का स्कूल में दाखिला हो सके। इस वार्तालाप के बाद, जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई की और तीन बहनों को स्कूल में दाखिला दिलाने के निर्देश दिए।
सकारात्मक परिणाम
डीएम के निर्देश पर, अब उन चारों बहनों को सशक्त शिक्षा की दिशा में कदम बढ़ाने का मौका मिला है। जिला प्रशासन ने उनकी शिक्षा के लिए रा. प्रा. वि. लाडपुर, रायपुर में प्रवेश दिलाने की प्रक्रिया को सम्पूर्ण किया है। इसके अलावा, सरिता को रोजगारपरक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वह आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सके। इस कार्रवाई ने न सिर्फ लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा दिया है, बल्कि उनके सामंजस्यपूर्ण जीवन की ओर भी कदम बढ़ाया है।
शिक्षा का महत्व
जिला प्रशासन का यह कदम समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहा है। डीएम ने जोर देकर कहा कि "शिक्षा ही बच्चों का भविष्य संवार सकती है, इसलिए हर बेटी को पढ़ाई का अवसर मिलना चाहिए।" ऐसे कई परिवारों की पहचान करने और उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के लिए एक विशेष परियोजना 'नन्दा सुनन्दा' भी चलाई जा रही है।
निष्कर्ष
इस स्थिति में, जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता और सहानुभूति का परिचय दिया है। सभी छोटे बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिलना चाहिए, चाहे उनका आर्थिक स्थिति जो भी हो। यदि ऐसे प्रयास लगातार जारी रहें, तो निस्संदेह भविष्य की कई बेटियाँ शिक्षा के क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगी।
इन सभी प्रयासों का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा, खासकर बेटियाँ, शिक्षा का लाभ लें और अपने भविष्य को बेहतर बनाएं। हमें उम्मीद है कि ऐसे प्रयास देश के अन्य हिस्सों में भी लागू होंगे।
यह खबर बात करती है लड़कियों की संभावनाओं की, और हमें भी इस दिशा में जागरूक होना चाहिए। जानकारी के लिए, अधिक अपडेट प्राप्त करने के लिए विजिट करें avpganga.
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