उत्तराखंड : पिथौरागढ़ में CBI की कार्रवाई, डाक इंस्पेक्टर 15 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार
देहरादून : सीबीआई ने बुधवार को पिथौरागढ़ के नाचनी डाकघर के इंस्पेक्टर शशांक सिंह राठौर को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। राठौर ने यह रिश्वत बागेश्वर के खेती गांव के दुकानदार सुरेश चंद से उनके लोन की सब्सिडी पास कराने की रिपोर्ट लगाने के नाम पर ली थी। आरोपी शशांक […] The post उत्तराखंड : पिथौरागढ़ में CBI की कार्रवाई, डाक इंस्पेक्टर 15 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार appeared first on Dainik Uttarakhand.

उत्तराखंड : पिथौरागढ़ में CBI की कार्रवाई, डाक इंस्पेक्टर 15 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार
देहरादून: सीबीआई ने बुधवार को पिथौरागढ़ के नाचनी डाकघर के इंस्पेक्टर शशांक सिंह राठौर को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। राठौर ने यह रिश्वत बागेश्वर के खेती गांव के दुकानदार सुरेश चंद से उनके लोन की सब्सिडी पास कराने की रिपोर्ट लगाने के नाम पर ली थी। आरोपी शशांक सिंह राठौर को बृहस्पतिवार को स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सीबीआई की कार्यवाही का ब्योरा
सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार सुरेश चंद की नाचनी में ममता म्यूजिक एंड इलेक्ट्रॉनिक्स नाम से दुकान है। सुरेश चंद ने वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (एमजीईपी) के तहत जिला उद्योग केंद्र पिथौरागढ़ से छह लाख रुपये का लोन लिया था। यह लोन उन्हें तीन जनवरी 2020 को स्वीकृत हुआ।
पात्रता की शर्तों के अनुसार, उन्हें इसमें से 35 प्रतिशत की सब्सिडी के रूप में 2.10 लाख रुपये मिलने थे। इसकी सत्यापन रिपोर्ट डाकघर नाचनी से लगाई जानी थी। सुरेश चंद ने इसके लिए डाक इंस्पेक्टर शशांक सिंह राठौर से संपर्क किया तो वह आनाकानी करने लगा और तमाम तरह की कमियां उनकी फाइल में बताने लगा।
रिश्वत मांगने की घटना
शुरुआत में राठौर ने सुरेश चंद से 21 हजार रुपये की मांग की। सुरेश चंद ने इसकी शिकायत सीबीआई से की। इससे पहले सुरेश चंद ने राठौर के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग भी की। उस बातचीत में सुरेश चंद ने राठौर से रिश्वत की रकम कम करने का आग्रह किया, जिस पर वह 15 हजार रुपये पर तैयार हो गया।
सीबीआई की कार्रवाई और गिरफ्तारी
जांच पूरी होने के बाद सीबीआई ने शशांक राठौर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दर्ज किया और ट्रैप टीम तैयार की। सीबीआई की ट्रैप टीम बुधवार को नाचनी डाकघर पहुंची, और इंस्पेक्टर शशांक राठौर को सुरेश चंद से 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पोस्ट मास्टर और डाकिया की कोई भूमिका नहीं पाई गई।
समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना आवश्यक
यह घटना उत्तराखंड में भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाती है। आज भी अनेक लोग सरकारी सेवाओं के लिए रिश्वत देने को मजबूर होते हैं, जो समाज के लिए चिंता का विषय है। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठानी होगी। विशेषकर ऐसे मामलों में सरकार को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई से ही यह रुक सकता है।
सीबीआई द्वारा किए गए इस कार्यवाही ने भ्रष्टाचार पर एक बार फिर से प्रकाश डाला है। ऐसे मामलों की सख्त निगरानी करना आवश्यक है ताकि आम नागरिकों को अपनी परेशानियों का सामना न करना पड़े।
सुरेश चंद की साहसिकता और सीबीआई की त्वरित कार्रवाई से यह सुनिश्चित होगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो। यह समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि अब भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
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