दिल्ली-NCR में 2 करोड़ वाहनों को कबाड़ में भेजने की तैयारी…पुराने वाहनों से प्रतिबंध हटने के बाद AAP का दावा

Old Vehicles in Delhi NCR: दिल्ली में मियाद पूरी कर चुके (ओवरएज) वाहनों को फिलहाल ईंधनबंदी से राहत मिल गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बैठक के बाद निर्णय लिया है कि अब यह प्रतिबंध 1 नवंबर से लागू होगा। पहले यह पाबंदी केवल दिल्ली में लागू होनी थी, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है और यह एनसीआर के पांच अन्य जिलों गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा/ग्रेटर नोएडा और सोनीपत तक विस्तारित होगा। इस निर्णय के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है।

Jul 9, 2025 - 18:33
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दिल्ली-NCR में 2 करोड़ वाहनों को कबाड़ में भेजने की तैयारी…पुराने वाहनों से प्रतिबंध हटने के बाद AAP का दावा
दिल्ली-NCR में 2 करोड़ वाहनों को कबाड़ में भेजने की तैयारी…पुराने वाहनों से प्रतिबंध हटने के बाद AAP क�

दिल्ली-NCR में 2 करोड़ वाहनों को कबाड़ में भेजने की तैयारी…पुराने वाहनों से प्रतिबंध हटने के बाद AAP का दावा

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दिल्ली में मियाद पूरी कर चुके (ओवरएज) वाहनों को फिलहाल ईंधनबंदी से राहत मिल गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने हाल ही में इस निर्णय की घोषणा की है। पहले यह प्रतिबंध केवल दिल्ली में लागू होना था, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है और यह एनसीआर के पांच अन्य जिलों गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा/ग्रेटर नोएडा और सोनीपत तक विस्तारित होगा। इस निर्णय के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है।

वायु गुणवत्ता पर प्रभाव

दिल्ली का वायु प्रदूषण, विशेषकर सर्दी के मौसम में, चिंता का विषय बना रहता है। अनुमानित 2 करोड़ पुराने वाहनों को कबाड़ में भेजने की तैयारी में हैं, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद की जा रही है। हालाँकि, AAP का दावा है कि इस राहत से वाहनों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे प्रदूषण फिर से बढ़ सकता है। पिछले अध्ययन अनुसार, पुराने वाहनों से निकलने वाले धुएं ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता को प्रभावित किया है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

AAP के नेताओं ने भाजपा पर यह आरोप लगाया है कि वह इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से भुना रही है। AAP के नेताओं का दावा है कि भाजपा ने पुराने वाहनों को कबाड़ में भेजने की आवश्यकता को समझने में असफल रही है। भाजपा ने जवाब में कहा है कि AAP इस निर्णय का गलत अर्थ निकाल रही है और यह भी कहा है कि वर्तमान सरकार साफ़ हवा के लिए कड़े कदम उठा रही है।

आगे का रास्ता

अब जबकि प्रतिबंध केवल 1 नवंबर से लागू होगा, यह देखा जाना महत्वपूर्ण होगा कि अन्य राज्यों और केंद्र सरकार इस मुद्दे पर कैसे प्रतिक्रिया देती है। यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि वायु गुणवत्ता में सुधार किए बिना प्रतिबंध हटाने का निर्णय ना लिया जाए। इस दिशा में एक ठोस योजना बनानी होगी, यदि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रहने वाले लोगों को एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण प्रदान करना है।

यदि आप इस मुद्दे पर और अपडेट जानना चाहते हैं तो हमारे वेबसाइट avpganga.com पर जाएं।

यह फैसला न सिर्फ दिल्ली, बल्कि समस्त एनसीआर क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। समय रहते ठोस कदम उठाना जरूरी है, ताकि दिल्लीवासियों को स्वच्छ हवा मिल सके और अगले कदमों की रूपरेखा तैयार की जा सके।

निष्कर्ष

इस घटनाक्रम के मद्देनजर, यह स्पष्ट है कि दिल्ली-NCR में पुराने वाहनों की स्थिति बड़ा विषय बन चुकी है। राजनीतिक बयानबाज़ी सिर्फ एक भूमिका निभा रही है, जबकि असली मुद्दा तो बेहतर वायु गुणवत्ता का है।

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