देवलसारी व कैंपटी रेंज में वन पंचायतों के लिए 2500 फलदार पौधों का वितरण सम्पन्न”

  दी टॉप टेन न्यूज़/ देहरादून लखवाड़ जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत संचालित कैट परियोजना के अंतर्गत मसूरी वन प्रभाग के कैंपटी एवं देवलसारी रेंज में ग्रीष्मकालीन फलदार पौध वितरण… The post देवलसारी व कैंपटी रेंज में वन पंचायतों के लिए 2500 फलदार पौधों का वितरण सम्पन्न” first appeared on .

Jul 9, 2025 - 00:33
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देवलसारी व कैंपटी रेंज में वन पंचायतों के लिए 2500 फलदार पौधों का वितरण सम्पन्न”
देवलसारी व कैंपटी रेंज में वन पंचायतों के लिए 2500 फलदार पौधों का वितरण सम्पन्न”

देवलसारी व कैंपटी रेंज में वन पंचायतों के लिए 2500 फलदार पौधों का वितरण सम्पन्न

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देहरादून, 21 अक्टूबर 2023: देवलसारी और कैंपटी रेंज में वन पंचायतों के लिए 2500 फलदार पौधों का वितरण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। यह कार्यक्रम लखवाड़ जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत संचालित कैट परियोजना के अंतर्गत आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, वन पंचायतों का सशक्तिकरण और ग्रामीण आजीविका को सुदृढ़ करना था।

कार्यक्रम की विशेषताएँ

राज्य के विभिन्न वन पंचायतों के सरपंचों को फलदार पौधों का वितरण किया गया, जिसमें आम, अमरूद, लीची, चीकू और नींबू जैसे पौधे शामिल थे। यह पौधे स्थानीय जलवायु के अनुरूप हैं और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मदद करेंगे। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि दीपक गैरोला, निदेशक - किंचित प्रयास फाउंडेशन के साथ ही वन विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। अपने संबोधन में दीपक गैरोला ने प्रकृति के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।

स्थानीय समुदाय की सहभागिता

कार्यक्रम में उपस्थित स्थानीय लोगों ने पौधों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई और पौधों की देखरेख का संकल्प लिया। स्थानीय समुदाय के सदस्यों का कहना था कि यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में है, बल्कि इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। पौधारोपण के माध्यम से स्थानीय फसल विविधता भी बढ़ेगी।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम

यह कदम न केवल वन वन्यजीवों के लिए सहायक है, बल्कि जलवायु में सुधार, पशु-पक्षियों के आवास की सुरक्षा और ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता को भी स्थायी बनाएगा। वक्ताओं ने कहा कि ग्रामीणों का इस कार्यक्रम में सक्रिय होना और पौधों का संभालना वन पंचायतों की क्षमता को सशक्त बनाएगा।

प्रभाव और भविष्य की योजनाएँ

पौधों के इस वितरण का दीर्घकालिक प्रभाव स्थानीय पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। भविष्य में, ऐसी ही और पहल की योजना बनाई जा रही है जिससे और भी अधिक वन पंचायतों को लाभ पहुंचाया जा सके। स्थानीय अधिकारियों ने नारेबाजी में बताया कि हर एक पेड़, एक जीवन है, और उन्हें प्रतिवर्ष पौधारोपण के कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, देवलसारी और कैंपटी रेंज में फलदार पौधों का यह वितरण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण पहल है, जो न केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी लाभकारी साबित होने की संभावनाएं रखता है। ऐसे कार्यक्रमों से न केवल पर्यावरणीय संरक्षण होता है, बल्कि यह ग्रामीण लोगों की आर्थिक समृद्धि में भी योगदान करता है।

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