सेना को 15 साल में मिलेंगे 2200 टैंक,6 लाख गोले:AI तकनीक से लैस हथियार-रडार भी शामिल; नौसेना को नया एयरक्राफ्ट कैरियर मिलेगा
भारतीय सेना को अगले 15 सालों में 2200 नए टैंक और 6 लाख गोले दिए जाएंगे। सेना के तीनों अंगों को मजबूत करने के लिए AI तकनीक से लैस हथियार और रडार भी खरीदे जाएंगे। नौसेना को नया एयरक्राफ्ट कैरियर मिलेगा। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को सेना के लिए 15 साल का रोड-मैप जारी किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके जरिए सुरक्षा बलों की आधुनिकता पर जोर दिया जाएगा। रिपोर्ट्स का कहना है कि सेना ने प्लानिंग करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के वक्त आई चुनौतियों पर भी ध्यान दिया है। भारत को और S-400 डिफेंस सिस्टम देगा रूस रूसी हथियार एजेंसी के निदेशक दिमित्री शुगायेव ने 3 सितंबर को कहा था कि भारत और रूस अमेरिका के दबाव के बावजूद एस-400 मिसाइल सिस्टम की सप्लाई बढ़ाने पर बात कर रहे हैं। भारत के पास पहले से एस-400 मिसाइल सिस्टम मौजूद है। जल्द ही भारत रूस से नए Su-57 लड़ाकू विमान भी ले सकता है। बातचीत अभी शुरुआती दौर में है। हम चाहते हैं कि भारत और रूस के बीच रक्षा क्षेत्र में साथ आगे बढ़ें। 2018 में भारत ने रूस से 5.5 अरब डॉलर में एस-400 के 5 स्क्वाड्रन खरीदने की डील की। उस वक्त भी अमेरिका ने भारत के रूसी मिसाइल खरीदने का विरोध किया था। रूस 5 में से 3 स्क्वाड्रन भारत को सौंप चुका है। बाकी के 2 स्क्वाड्रन 2027 तक मिल जाएंगे। वायुसेना को सितंबर में 2 तेजस मार्क-1ए मिल सकते हैं अमेरिका ने 15 जुलाई को भारत को दूसरा GE-404 इंजन सौंपा था। यह इंजन तेजस लड़ाकू विमान (LCA मार्क 1A) में लगाया जाएगा। इसे तेजस बना रही सरकारी कंपनी HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) को सौंपा गया है। वायुसेना को सितंबर में 2 तेजस मार्क-1ए मिल सकते हैं। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, HAL को इस साल के आखिर तक ऐसे 12 इंजन मिल जाएंगे। इनका इस्तेमाल LCA मार्क 1A फाइटर जेट्स में किया जाएगा।

सेना को 15 साल में मिलेंगे 2200 टैंक,6 लाख गोले:AI तकनीक से लैस हथियार-रडार भी शामिल; नौसेना को नया एयरक्राफ्ट कैरियर मिलेगा
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - avpganga
भारतीय सेना को अगले 15 सालों में 2200 नए टैंक और 6 लाख गोले मिलेंगे। यह कदम न केवल भारतीय सेना की ताकत में इजाफा करेगा, बल्कि रक्षा क्षेत्र में उन्नति को भी दर्शाएगा। इसके साथ ही सेना के तीनों अंगों को मजबूत करने के लिए AI तकनीक से लैस हथियार और रडार भी खरीदे जाएंगे। नौसेना के लिए एक नया एयरक्राफ्ट कैरियर भी शामिल है। रक्षा मंत्रालय ने इस संदर्भ में शुक्रवार को सेना के लिए 15 साल का विस्तृत रोड-मैप जारी किया।
रक्षा मंत्रालय का नया रोड-मैप
इस नए रोड-मैप के अंदर सुरक्षा बलों की आधुनिकता पर जोर दिया जाएगा। रिपोर्ट्स का कहना है कि भारत ने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए रणनीति बनाते समय पिछले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सामना की गई चुनौतियों पर ध्यान दिया है। यह निश्चित रूप से भारतीय सेनाओं की क्षमता को मौलिक रूप से बढ़ाने में सहायक साबित होगा।
AI तकनीक से लैस हथियार और रडार
AI तकनीक से लैस रक्षा उपकरणों की खरीदारी भारतीय सुरक्षा बलों की एक बड़ी प्राथमिकता है। इस तकनीक का उपयोग करने से रडार और अन्य हथियार प्रणाली में न केवल सुधार होगा, बल्कि उनके ऑपरेशनल दक्षता में भी बढ़ोतरी होगी। जब सुरक्षा की बात आती है, तो यह न केवल हमले की स्थिति में बल्कि रक्षात्मक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
नौसेना को नया एयरक्राफ्ट कैरियर
नौसेना के लिए नया एयरक्राफ्ट कैरियर प्राप्त करने की योजना भी एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि समुद्री सीमाओं की निगरानी में भी गहरी मदद करेगा।
रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली की सप्लाई
रूस भारतीय रक्षा खंड में एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है। हाल ही में, रूसी हथियार एजेंसी के निदेशक दिमित्री शुगायेव ने बताया कि भारत और रूस एस-400 मिसाइल प्रणाली की सप्लाई बढ़ाने पर चर्चा कर रहे हैं। भारत में पहले से मौजूद एस-400 मिसाइल सिस्टम की मजबूती को बरकरार रखते हुए, नई डील स्टेट्स में एक महत्वपूर्ण अस्तित्व का प्रतीक बनेगी।
वायुसेना के लिए तेजस मार्क-1A
वायुसेना को इसी साल के सितंबर में 2 तेजस मार्क-1ए मिलने की उम्मीद है। यह अत्याधुनिक लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना की ताकत को और बढ़ाने में सहायता करेगा। अमेरिका ने हाल ही में भारत को दूसरा GE-404 इंजन सौंपा है, जिसे तेजस में लगा जाएगा। इसके अलावा HAL को इस साल के अंत तक 12 ऐसे और इंजन भी मिलेंगे।
निष्कर्ष
इस नई योजना के साथ, भारत अपनी रक्षा में एक नई दिशा में अग्रसर हो रहा है। ये उपाय न सिर्फ भारतीय सुरक्षा बलों की क्षमताओं में विस्तार करेंगे, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की सैन्य ताकत को एक नया आयाम देने में सहायक साबित होंगे। भारतीय सुरक्षा बलों के आधुनिकीकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की संप्रभुता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
Keywords:
टैंक, गोले, AI तकनीक, हथियार, रडार, एयरक्राफ्ट कैरियर, भारत, सेना, नौसेना, S-400, रूस, तेजस, LCA, रक्षा मंत्रालयWhat's Your Reaction?






