उत्तराखंड में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा; डिजी लॉकर पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

उत्तराखंड सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) द्वारा राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक शासन प्रभाग (एनईजीडी) एवं राज्य ई-मिशन टीम (एसईएमटी) के सहयोग से देहरादून में डिजी लॉकर एवं एंटिटी लॉकर विषय पर एक दिवसीय जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

Jun 18, 2025 - 09:33
 121  8.1k
उत्तराखंड में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा; डिजी लॉकर पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
उत्तराखंड में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा; डिजी लॉकर पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

उत्तराखंड में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा; डिजी लॉकर पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - avpganga

देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) द्वारा राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक शासन प्रभाग (एनईजीडी) एवं राज्य ई-मिशन टीम (एसईएमटी) के सहयोग से एक दिवसीय जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य डिजी लॉकर एवं एंटिटी लॉकर के लाभों पर प्रकाश डालना और सरकारी अधिकारियों तथा आम नागरिकों को इसके उपयोग के लिए प्रेरित करना था।

कार्यशाला का उद्देश्य

कार्यशाला का उद्घाटन आईटीडीए के प्रमुख अधिकारियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने डिजिटल गवर्नेंस के महत्व और डिजी लॉकर के माध्यम से किस प्रकार नागरिकों को सुविधाएं प्राप्त हो सकती हैं, उस पर जोर दिया। डिजी लॉकर एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है जो उपयोगकर्ताओं को उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज़ ऑनलाइन समाहित करने और उनकी सुरक्षित पहुँच प्रदान करता है।

डिजी लॉकर का महत्व

डिजी लॉकर के माध्यम से सरकारी सेवाओं का उपयोग करना बेहद आसान हो जाता है। इससे समय और संसाधनों की बचत होती है। इस प्रक्रिया के तहत नागरिक अब अपने दस्तावेजों को भौतिक रूप में रखने की आवश्यकता नहीं रखते हैं। इसके अलावा, यह भ्रष्टाचार को कम करने और पारदर्शिता बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है। कार्यशाला में भाग ले रहे अधिकारियों ने डिजी लॉकर के विभिन्न उपयोगों और इसके संचालन प्रक्रिया को समझाया।

फायदे और तकनीकी सहायता

कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को डिजी लॉकर को स्थापित करने और अपने डॉक्यूमेंट्स को अपलोड करने की तकनीकी जानकारी दी गई। इसके अलावा, एंटिटी लॉकर के उपयोग के बारे में भी बताया गया, जो संगठनों को अपनी जानकारी सुरक्षित रूप से प्रबंधित करने की अनुमति देता है। इस प्रकार की कार्यशालाएँ नागरिकों के बीच डिजिटल गवर्नेंस के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

सामाजिक प्रभाव

इस तरह की पहल केवल तकनीकी दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं। डिजी लॉकर जैसी सुविधाएँ उन क्षेत्रों में डिजिटल दरवाजे खोलती हैं जहाँ सरकारी सेवाओं का पहुंच सीमित रहा है। इसके माध्यम से, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना अधिकतर लोगों के लिए सुलभ हो जाएगा।

निष्कर्ष

उत्तराखंड सरकार की यह मुहिम निश्चित रूप से डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक कदम है। डिजी लॉकर पर आयोजित कार्यशाला ने सरकारी अधिकारी और नागरिक दोनों को इस प्लेटफॉर्म के प्रति अधिक सजग और सक्रिय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उम्मीद है कि आने वाले समय में ऐसी और भी कार्यशालाएँ आयोजित की जाएँगी, जिससे सूचना प्रौद्योगिकी का क्षेत्र और भी विस्तृत हो सके।

इस तरह के महत्वपूर्ण अपडेट और जानकारी के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट https://avpganga.com पर विजिट करें।

Keywords:

digital governance, Digi Locker workshop, Uttarakhand IT department, IT Development Agency, electronic governance, digital India, awareness training, e-governance initiatives, citizen engagement, data security, innovative technology, entity locker, government services, digital transformation.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow