भास्कर अपडेट्स:CJI गवई पर जूता फेंकने वाला वकील रिहा, दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में ही 3 घंटे तक पूछताछ की
सुप्रीम कोर्ट में CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने के आरोपी वकील राकेश किशोर कुमार को दिल्ली पुलिस ने सोमवार देर रात हिरासत से रिहा कर दिया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अधिकारियों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है और उनसे बातचीत के बाद उनकी सहमति पर वकील को रिहा कर दिया गया है। वकील से तीन घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान, दिल्ली पुलिस सिक्योरिटी यूनिट और नई दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट में ही वकील से पूछताछ की। घटना उस समय हुई, जब सीजेआई की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। कोर्ट रूम में मौजूद वकीलों के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने बताया कि वकील ने सीजेआई की तरफ जूता फेंका। हालांकि जूता उनकी बेंच तक नहीं पहुंच सका। सुरक्षाकर्मियों ने फौरन उसे पकड़ लिया। घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने आरोपी वकील का लाइसेंस रद्द कर दिया है। उसका रजिस्ट्रेशन 2011 का है। इसके साथ ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने भी आरोपी को तुरंत निलंबित कर दिया। आज की अन्य बड़ी खबरें... 12 साल से जहां काम कर रहे वहीं से टिकट खरीदा, जीते 25 करोड़ केरल के थाइकट्टुस्सेरी के रहने वाले शरत नायर ने केरल राज्य लॉटरी विभाग की थिरुवोनम बंपर लॉटरी में 25 करोड़ रुपए का पहला इनाम जीता है। शरत ने बताया कि जब 3 अक्टूबर को लॉटरी के नतीजे आए तो उन्हें यकीन नहीं हुआ कि उनके पास ही विजेता टिकट है। यह पहली बार था जब उन्होंने बंपर लॉटरी का टिकट खरीदा। छोटे-मोटे टिकट भी वे बहुत कम ही लेते हैं। उन्होंने जिस नेट्टूर की दुकान से टिकट खरीदा, वे वहां 12 साल से काम कर रहे हैं।

भास्कर अपडेट्स: CJI गवई पर जूता फेंकने वाला वकील रिहा, दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में ही 3 घंटे तक पूछताछ की
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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस एनवी रमना (CJI गवई) पर जूता फेंकने की कोशिश करने के आरोपी वकील राकेश किशोर कुमार को दिल्ली पुलिस ने सोमवार देर रात हिरासत से रिहा कर दिया। इस घटना ने न्यायपालिका में सुरक्षा और सद्भाव के मुद्दे को एक बार फिर से उठाया है।
घटना का ब्योरा
दिल्ली पुलिस ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के अधिकारियों की ओर से इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। वकील से तीन घंटे तक पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान, दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी यूनिट और नई दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट में ही आरोपी वकील के साथ बातचीत की। जब यह घटना हुई, तब CJI की बेंच एक महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई कर रही थी।
घटनाक्रम की परतें
जानकारी के अनुसार, वकील ने CJI गवई की तरफ जूता फेंका, हालांकि जूता उनकी बेंच तक नहीं पहुंच सका। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया। यह स्पष्ट नहीं है कि वकील ने ऐसा करना क्यों उचित समझा, लेकिन यह घटना न्यायालय में व्यवस्था को चुनौती देने का गंभीर प्रयास प्रतीत होती है। इस घटना के बाद, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने तुरंत आरोपी वकील का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
अन्य निर्णय और परिणामी प्रभाव
असामान्य व्यवहार के लिए, बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने भी आरोपी वकील को तुरंत निलंबित कर दिया, जिसका रजिस्ट्रेशन 2011 में हुआ था। यह कार्रवाई उन सभी वकीलों के लिए एक चेतावनी है जो अपने व्यवहार से न्यायालय की गरिमा को प्रभावित करते हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया और जनता की भावना
इस घटना पर अनेक कानूनी विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के प्रति सम्मान बनाए रखना बहुत आवश्यक है ताकि नागरिकों का विश्वास बना रहे। क्या ऐसे मामलों में सख्त अनुशासन लागू किया जाएगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
आज की अन्य खबरें
इस बीच, Kerale के थाइकट्टुस्सेरी के शरत नायर ने केरल राज्य लॉटरी विभाग की थिरुवोनम बंपर लॉटरी में 25 करोड़ रुपए का पहला इनाम जीता है। शरत ने कहा कि जब 3 अक्टूबर को लॉटरी के नतीजे आए, तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। यह उनकी पहली बार बंपर लॉटरी का टिकट खरीदने का अनुभव था।
निष्कर्ष
CJI गवई पर जूता फेंकने की घटना ने योग्यता और अधिवक्ता समुदाय की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं। इस घटना ने सामने लाया है कि न्यायपालिका की सुरक्षा और गरिमा कितनी महत्वपूर्ण है। हमें उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे मुद्दों का समाधान और भी पर्याप्त तरीके से किया जाएगा।
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