ममता बोलीं- शाह एक दिन मोदी के मीर जाफर बनेंगे:वो कार्यवाहक प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव कर रहे; PM उन पर भरोसा ना करें
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कार्यवाहक प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी दी कि वे उन पर ज्यादा भरोसा न करें। ममता ने यह बयान दार्जलिंग के बागडोगरा और मिरिक में बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के बाद कोलकाता लौटने पर दिया। उन्होंने शाह की तुलना मीर जाफर से की। ममता ने कहा, शाह एक दिन मोदी के मीर जाफर बनेंगे। चुनाव आयोग जो कुछ भी कर रहा है, वह अमित शाह के इशारे पर कर रहा है। दुख की बात है कि प्रधानमंत्री को यह सब पता है। ममता ने केंद्र पर बाढ़ राहत के लिए फंड न देने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा चुनावों के लिए तो पैसा जुटा लेती है, लेकिन आपदा राहत के लिए नहीं। उत्तरी बंगाल में पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश और भूस्खलन से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं। कौन था मीर जाफर मीर जाफर मुगल जनरल था, जिसे भारतीय इतिहास में विश्वासघात का प्रतीक माना जाता है। 1757 की प्लासी की लड़ाई में उसने अंग्रेजों से मिलकर बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला से गद्दारी की थी। मीर जाफर ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ गुप्त समझौता किया, जिससे सिराजुद्दौला की हार हुई और अंग्रेजों की भारत में सत्ता की नींव पड़ी। बाद में अंग्रेजों ने मीर जाफर को बंगाल का नवाब बना दिया था। ममता की 3 बड़ी बाते- 29 मईः ममता ने कहा था- पीएम ऐसे बात कर रहे, जैसे हर महिला के पति हों ममता बनर्जी ने 29 मई को कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ऐसे बात कर रहे हैं, जैसे हर महिला के पति हों। वे अपनी पत्नी को सिंदूर क्यों नहीं देते? हालांकि मैं इस संबंध में बात नहीं करना चाहती, लेकिन आपने मुझे बोलने के लिए मजबूर कर दिया। पूरी खबर पढ़ें...

ममता बोलीं- शाह एक दिन मोदी के मीर जाफर बनेंगे: वो कार्यवाहक प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव कर रहे; PM उन पर भरोसा ना करें
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखी आलोचना करते हुए कहा कि वे कार्यवाहक प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी कि वे उन पर अधिक भरोसा न करें। यह विवादास्पद बयान ममता ने दार्जलिंग के बागडोगरा और मिरिक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के बाद कोलकाता लौटने पर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि शाह एक दिन मोदी के मीर जाफर बनकर सामने आ सकते हैं।
ममता की मीर जाफर तुलना
ममता ने सीधे तौर पर शाह को मीर जाफर के सामर्थ्य वाला बताया, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह उन्हें विश्वासघात करने वाले व्यक्ति के रूप में देखती हैं। मीर जाफर का नाम भारतीय इतिहास में गद्दारी के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 1757 में प्लासी की लड़ाई के दौरान ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ मिलकर बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला का समर्थन किया था, जिससे बंगाल में अंग्रेजी शासन का प्रारंभ हुआ।
ममता जब यह कहती हैं कि शाह मोदी के मीर जाफर बन सकते हैं, तो यह न केवल एक ऐतिहासिक संदर्भ में एक गंभीर आरोप है, बल्कि यह शाह की राजनीति पर भी सवाल उठाता है। ममता का मानना है कि चुनाव आयोग भी अमित शाह के इशारे पर कार्य कर रहा है, जो कहना न केवल तर्कसंगत है, बल्कि राजनीतिक ज्ञातव्य की भी बात करता है।
मौजूदा स्थिति पर चिंता
ममता ने केंद्रीय सरकार पर बाढ़ राहत के लिए फंड न देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनावों के लिए पैसे जुटाने में सक्रिय है, लेकिन जब बात प्राकृतिक आपदाओं की आती है, तो सरकार उदासीन हो जाती है। उत्तरी बंगाल में पिछले एक सप्ताह से जारी लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं।
ममता की तीन विवादास्पद टिप्पणियाँ
ममता ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी पर और भी विवादास्पद बातें कही हैं, जैसे कि उन्होंने एक बार कहा था कि मोदी ऐसे बात कर रहे हैं जैसे हर महिला के पति हों। यह बयान भी देशभर में चर्चा का विषय बन गया। ममता का ये बयान सामाजिक मुद्दों पर एक अलग दृष्टिकोण पेश करता है, जो कई महिलाओं की आवाज को सामने लाने का प्रयास करता है।
निष्कर्ष
ममता बनर्जी द्वारा अमित शाह के खिलाफ उठाए गए सवाल और आरोप न केवल राजनीतिक पृष्ठभूमि में एक नई बहस को जन्म दे रहे हैं, बल्कि यह दर्शाते हैं कि वर्तमान भारतीय राजनीति कितनी तीव्र हो चुकी है। ममता की बातें यह संकेत देती हैं कि उनकी नजर न केवल स्थानीय मुद्दों पर है, बल्कि वह केंद्रीय सरकार की नीतियों पर भी गंभीरता से विचार कर रही हैं। यह देखने में दिलचस्प होगा कि राष्ट्रीय राजनीति में यह चर्चा और आक्रामकता कैसे आगे बढ़ेगी।
यह समय हमारा है कि हम इस अधिकारिक सूचना पर गौर करें और आगे की घटनाओं के बारे में जागरूक रहें।
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