मोदी G7 समिट में पहुंचे, कनाडाई PM ने स्वागत किया:मोदी ने साउथ कोरिया और मेक्सिको की राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय मीटिंग की
कनाडा के अल्बर्टा राज्य के कैननास्किस में जारी G7 समिट का आज आखिरी दिन है। पीएम मोदी समिट में पहुंच गए हैं। मोदी ने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग और मेक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ द्विपक्षीय बैठक की। थोड़ी देर में G7 समिट में शामिल देशों और गेस्ट का एकसाथ फोटो सेशन होगा। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प G7 समिट छोड़कर अमेरिका वापस चले गए। व्हाइट हाउस ने बताया कि मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते ट्रम्प ने यह फैसला लिया है। इस बीच ट्रम्प ने कहा, 'मैं सीजफायर के लिए वॉशिंगटन नहीं लौट रहा हूं। बात उससे कहीं बड़ी है।' इस पर ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने कहा- राष्ट्रपति ट्रम्प ने ऐसा कुछ नहीं कहा जिससे लगे कि वे इस संघर्ष में शामिल होने वाले हैं। इसके विपरीत, जी7 का बयान तनाव कम करने के बारे में था। G7 समिट के पल-पल के अपडेट के लिए नीचे के ब्लॉग से गुजर जाएं...

मोदी G7 समिट में पहुंचे, कनाडाई PM ने स्वागत किया: मोदी ने साउथ कोरिया और मेक्सिको की राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय मीटिंग की
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - avpganga
आज कनाडा के अल्बर्टा राज्य के कैननास्किस में जारी G7 समिट का आखिरी दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वपूर्ण समिट में पहुँचकर वहाँ उपस्थित देशों के नेताओं से बातचीत की। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पीएम मोदी का स्वागत किया, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों का प्रतीक है। इस समिट में मोदी ने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग और मेक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की।
द्विपक्षीय मीटिंग का महत्व
दोनों मेक्सिकन और साउथ कोरियाई राष्ट्रपति के साथ बैठक का उद्देश्य मुख्य रूप से व्यापार और सामरिक सहयोग बढ़ाना था। इन देशों के बीच के आर्थिक संबंध भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा, "हमारी बैठकें हमारे देशों के दरमियान मजबूत साझेदारी की एक नई शुरुआत हैं। हमें एक-दूसरे के संसाधनों का बेहतर लाभ उठाना होगा।"
कनाडाई पीएम ट्रूडो ने कहा, "भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाना हमारी प्राथमिकता है। हम इस समिट के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को न केवल अच्छे स्तर तक ले जाने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि हम वैश्विक स्थिरता पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।"
G7 समिट की चुनौतियां
इस समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भाग नहीं लिया। व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि ट्रम्प ने मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते अमेरिका लौटने का फैसला किया। वह सीजफायर के लिए वॉशिंगटन नहीं लौटेंगे, और उन्होंने कहा, "बात उससे कहीं बड़ी है।" इस विवादास्पद फैसले पर ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने टिप्पणी की कि ट्रम्प ने ऐसा कुछ नहीं कहा जिससे यह लगे कि वे संघर्ष में शामिल होने वाले हैं।
फोटो सेशन और समापन
गौरतलब है कि समिट के अंत में G7 के सदस्यों और गेस्ट्स का एक साथ फोटो सेशन होने वाला है, जो समिट के आखिरी दिन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस फोटो सेशन में कई राष्ट्राध्यक्ष एकत्रित होकर एकजुटता का प्रतीक प्रस्तुत करेंगे।
निष्कर्ष
G7 समिट में भारत की भागीदारी और पीएम मोदी का द्विपक्षीय बातचीत में सक्रिय होना यह दर्शाता है कि भारत वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति को कितनी मजबूती से स्थापित कर रहा है। भारत की इस सक्रियता से न केवल आर्थिक संबंधों में वृद्धि होगी, बल्कि वैश्विक राजनीति में भी भारत की भूमिका महत्वपूर्ण बनती जा रही है। समिट के परिणामों का आगामी महीनों में प्रभाव देखने को मिलेगा, और विश्व समुदाय की निगाहें भारत पर होंगी।
Keywords:
Modi G7 Summit, Canada, South Korea, Mexico, bilateral meeting, Justin Trudeau, global diplomacy, economic relations, international politics, world leadersWhat's Your Reaction?






