सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने किया शहीद राईफलमेन नरेश उनियाल स्मृति द्वार का उद्घाटन
दी टॉप टेन न्यूज़ /देहरादून देहरादून 17 जून। मंगलवार को प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने वर्ष 1988 में ऑपरेशन मेघदूत के दौरान शहीद हुए राईफलमेन नरेश… The post सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने किया शहीद राईफलमेन नरेश उनियाल स्मृति द्वार का उद्घाटन first appeared on .

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने किया शहीद राईफलमेन नरेश उनियाल स्मृति द्वार का उद्घाटन
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देहरादून, 17 जून। मंगलवार को, प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने वर्ष 1988 में ऑपरेशन मेघदूत के दौरान शहीद हुए राईफलमेन नरेश उनियाल की स्मृति में निर्मित स्मृति द्वार का उद्घाटन किया। यह समारोह गुजराड़ा गांव में सुचारू रूप से आयोजित हुआ, जहां मंत्री ने अमर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीद नरेश उनियाल की बहादुरी को याद करते हुए
इस विशेष अवसर पर, गणेश जोशी ने बताया कि वह नरेश उनियाल की बहादुरी और उनके प्रति अपनी मित्रता को भली भाँति जानते हैं। उन्होंने कहा, "हम दोनों एक ही बटालियन (14 गढ़वाल राईफल) में थे। वे वास्तव में एक जांबाज सिपाही थे।" शहीद द्वार का निर्माण गुजराड़ा जनकल्याण समिति द्वारा किया गया है, और इसपर विभाग की सराहना की। जोशी ने ये भी कहा कि शहीद की याद में हर वर्ष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, ताकि उनके बलिदान को न भुलाया जा सके।
शहीद की जीवन यात्रा
राईफलमेन नरेश उनियाल का बलिदान हमारी सेना के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेगा। अक्टूबर 1988 में, उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर में “ऑपरेशन मेघदूत” के दौरान अपने जीवन का बलिदान दिया था। उस समय उन्होंने अपने पीछे तीन भाई, एक पत्नी और सिर्फ एक माह की बेटी को छोड़ दिया था।
विभाग की योजनाएँ और स्थानीय सम्मान
गणेश जोशी ने शहीदों के सम्मान में कई योजनाओं का जिक्र किया। सैन्यधाम के निर्माण की घोषणा की गई, जहां उन वीर सैनिकों का नाम अंकित किया जाएगा, जिन्होंने अपने देश के लिए बलिदान दिया। मंत्री ने यह भी बताया कि केन्द्र में मौजूदा मोदी सरकार और प्रदेश में धामी सरकार द्वारा सैनिकों के सम्मान और कल्याण के लिए अनेक प्रभावशाली कदम उठाए गए हैं।
सामाजिक सहयोग का महत्व
इस अवसर पर, स्थानीय समुदाय के सैकड़ों सदस्यों ने भाग लिया और जनकल्याण समिति की भूमिका की प्रशंसा की। देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल, उपनिदेशक निधि बधानी सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे। शहीद नरेश उनियाल की बहादुरी को सराहा गया, जो उनके साथी राईफलमेन गणेश जोशी ने अपने उद्घाटन भाषण में स्पष्ट रूप से व्यक्त किया।
निष्कर्ष
इस उद्घाटन समारोह ने साबित कर दिया है कि हमारे सैनिकों का बलिदान सिर्फ एक संयोग नहीं है, बल्कि यह हमारे राष्ट्र की आत्मा का एक अभिन्न हिस्सा है। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी का यह प्रयास बहुत सरहानीय है और इसने न केवल शहीदों को सम्मान दिया है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों में भी उनके योगदान को याद रखने का एक अवसर प्रदान किया है।
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