कांवड़ यात्रा के बाद हटाया गया आठ हजार मीट्रिक टन कूड़ा, कल से जिला प्रशासन चलाएगा वृहद सफाई अभियान
हरिद्वार : हरिद्वार में कांवड़ यात्री हजारों मीट्रिक टन कूड़ा छोड़ गए हैं। ऐसे में इसे साफ करने के लिए योजना तैयार की जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से शनिवार से वृहद सफाई अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिले को 14 जोन में बांटा गया है। स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए […] The post कांवड़ यात्रा के बाद हटाया गया आठ हजार मीट्रिक टन कूड़ा, कल से जिला प्रशासन चलाएगा वृहद सफाई अभियान appeared first on Dainik Uttarakhand.

कांवड़ यात्रा के बाद हटाया गया आठ हजार मीट्रिक टन कूड़ा, कल से जिला प्रशासन चलाएगा वृहद सफाई अभियान
हरिद्वार: हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के बाद बड़ी मात्रा में कचरा छोड़ जाने की समस्या ने साफ-सफाई की चुनौती को उजागर किया है। जिला प्रशासन ने इस चुनौती का प्रभावी समाधान निकालने का निर्णय लिया है, जिसमें एक व्यापक सफाई अभियान का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले, आठ हजार मीट्रिक टन कूड़ा उठाया जा चुका है, और यह अभियान जिले के विभिन्न क्षेत्रों में शनिवार से शुरू होगा।
स्वच्छता अभियान की रूपरेखा
जिला प्रशासन की योजना के अनुसार, सफाई अभियान को सफल बनाने के लिए जिले को 14 जोन में विभाजित किया गया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सभी विभागों के प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें साफ-सफाई की जिम्मेदारियों का आवंटन किया गया। इस बैठक में चर्चा के दौरान साफ-सफाई में सहयोग करने वाले नोडल अधिकारियों के नाम भी प्रस्तावित किए गए।
विशेष सफाई अभियान
सफाई अभियान की कार्यवाही सुबह 7:30 बजे से शुरू होगी। इस दौरान गंगा घाटों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जोनल और नोडल अधिकारियों के साथ किया गया यह संवाद सभी पक्षों के समन्वय को बढ़ावा देगा, जिससे समग्र सफाई कार्य को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। इस अभियान में आम जन, जनप्रतिनिधि, स्वयंसेवी संगठनों और व्यापार मंडल का सहयोग प्राप्त करने की योजना बनाई जा रही है।
साफ-सफाई की चुनौतियाँ और उपाय
कांवड़ यात्रा संपन्न होने के बाद, सफाई की चुनौती स्वीकार करते हुए नगर निगम ने अपने कार्यक्षेत्र में सफाई अभियान चलाया। पिछले कुछ दिनों में, गंगा घाटों और कांवड़ पटरियों से कुल 8000 मीट्रिक टन कचरा साफ किया गया है। नगर आयुक्त नंदन कुमार ने बताया कि पिछले दो दिनों में निकले कचरे का परिवहन और सफाई जलाने के लिए 23 बड़े वाहनों और 725 नगर निगम के छोटे वाहनों को लगाया गया है।
स्वच्छता अभियान का महत्व
यह सफाई अभियान न केवल प्रशासन के लिए, बल्कि स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करेगा कि हरिद्वार की पवित्रता और स्वच्छता बनी रहे। इस तरह के अभियानों से न सिर्फ कचरे का प्रबंधन होता है, बल्कि इससे पर्यावरण की सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी जागृत होती है।
निष्कर्ष
हरिद्वार का यह व्यापक सफाई अभियान न केवल स्थानीय प्रशासन की तत्परता को दर्शाता है, बल्कि यह हरिद्वार की पवित्रता और साफ-सफाई की दिशा में एक बड़ा कदम भी है। आम जन से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक, सभी की भागीदारी को सुनिश्चित किया गया है, जिससे यह अभियान सफल हो सके। आने वाले समय में, यह साफ-सफाई की पहल ना केवल इस यात्रा तक सीमित रहेगी, बल्कि हरिद्वार और उसके आसपास की क्षेत्रों में दीर्घकालिक सुधार के लिए प्रेरणा देने वाला कार्य होगा।
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