किंचित प्रयास फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण महिलाएं हुईं आत्मनिर्भर -बुरांश स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण

  दी टॉप टेन न्यूज़ /देहरादून केम्पटी (टिहरी गढ़वाल), 12 जुलाई: लखवाड़ जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत संचालित कैट परियोजना के सहयोग से ग्राम पंचायत बंगलो की कांडी (खनाल्टी) में… The post किंचित प्रयास फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण महिलाएं हुईं आत्मनिर्भर -बुरांश स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण first appeared on .

Jul 13, 2025 - 00:33
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किंचित प्रयास फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण महिलाएं हुईं आत्मनिर्भर -बुरांश स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण
किंचित प्रयास फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण महिलाएं हुईं आत्मनिर्भर

किंचित प्रयास फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण महिलाएं हुईं आत्मनिर्भर -बुरांश स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण

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दी टॉप टेन न्यूज़ / देहरादून केम्पटी (टिहरी गढ़वाल), 12 जुलाई: लखवाड़ जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत संचालित कैट परियोजना के सहयोग से ग्राम पंचायत बंगलो की कांडी (खनाल्टी) में बुरांश स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम किंचित प्रयास फाउंडेशन, देहरादून द्वारा ऋषिकेश स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए आयोजित किया गया।

प्रशिक्षण का उद्देश्य

इस विशेष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय महिलाएं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें बुरांश जैसे स्थानीय उत्पाद का लाभ उठाने के लिए प्रशिक्षित करना था। कार्यक्रम की शुरुआत में वनक्षेत्राधिकारी, केम्पटी ने महिलाओं को स्वरोजगार के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके गांव की महिलाएं आर्थिक दृष्टि से स्वतंत्र बन सकती हैं।"

प्रशिक्षण की विशेषताएं

प्रशिक्षण सत्र में महिलाओं को बुरांश फूलों से स्क्वाश तैयार करने की संपूर्ण प्रक्रिया सिखाई गई। उन्हें यह भी बताया गया कि स्क्वाश के साथ स्वास्थ्य लाभ, संरक्षण तकनीक, और बाजार में बिक्री की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। प्रशिक्षकों ने उद्यमिता से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें, जैसे स्वच्छता, पैकिंग, और लेबलिंग पर भी ध्यान केंद्रित किया।

कार्यक्रम समाप्त होने के बाद, सभी प्रतिभागियों को उनके द्वारा निर्मित बुरांश स्क्वाश की बोतलें प्रदान की गईं। यह उनके लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक था, जिसे उन्होंने धूमधाम से मनाया। एक महिला ने कहा, "इस प्रशिक्षण ने हमें आत्मविस्वास दिया है; अब हम अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं।"

महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम

यह प्रयास केवल महिलाओं की आजीविका को सुदृढ़ करने की दिशा में नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण है। बुरांश स्क्वाश बनाने की शिक्षा से न केवल महिलाओं को रोजगार के नए विकल्प मिलेंगे, बल्कि इसे एक व्यवसाय में बदलने का मौका भी प्रदान किया जाएगा।

इस पहल को स्थानीय समुदाय ने सराहा है, और महिलाओं ने इसे अपनी जिंदगी में एक बड़ा बदलाव बताया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से मददगार है, बल्कि यह आत्म-निर्भरता का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी है। स्थानीय उत्पादों के संवर्धन और ग्रामीण महिलाओं की कार्यकारी क्षमता को बढ़ाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का संचालन आवश्यक है।

निष्कर्ष

किंचित प्रयास फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग का यह संयुक्त प्रयास एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। यह कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आने वाले समय में इस प्रकार के और कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए ताकि महिलाएं अपने अधिकारों और क्षमताओं को समझ सकें।

यहाँ तक कि अपनी सोच को विकसित करने और बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया जा सकता है। ऐसे कदम न केवल समृद्धि की ओर जाने का मार्ग प्रशस्त करते हैं बल्कि समग्र सामाजिक विकास में भी योगदान करते हैं।

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